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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Aug 29, 2023, 10:34 AM IST

Updated : Aug 29, 2023, 11:33 AM IST

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AMU में रेगुलर कुलपति के पैनल का 5 माह बाद भी नहीं हुआ गठन, AMUTU ने किया अनिश्चितकालीन धरने का एलान

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी का कार्यभार पिछले 5 माह से कार्यवाहक कुलपति के जिम्मे है. रेगुलर कुलपति की नियुक्ति के लिए विश्वविद्यालय टीचर्स एसोसिएशन (अमूटा) ने सोमवार को पदाधिकारियों के साथ बैठक की.

Aligarh Muslim University
Aligarh Muslim University

रेगुलर कुलपति की नियुक्ति के लिए विश्वविद्यालय टीचर्स एसोसिएशन (अमुटा) ने की बैठक.

अलीगढ़ः एएमयू में रेगुलर कुलपति की नियुक्ति को लेकर विवाद बढ़ता ही जा रही है. अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय टीचर्स एसोसिएशन (AMUTA) ने नए कुलपति के पैनल के गठन को लेकर अनिश्चितकालीन धरने का ऐलान किया है. सोमवार को स्टाफ क्लब में अमूटा के पदाधिकारियो ने शिक्षकों के साथ बैठक की. इस बैठक में सभी शिक्षकों से राय मांगी गई. शिक्षकों ने एक सप्ताह नए कुलपति के लिए पैनल का गठन करने की बात कही है.

AMUTA के अध्यक्ष मो. खालिद ने कहा कि कार्यवाहक कुलपति के चलते विश्वविद्यालय में गतिरोध बना हुआ है. पिछले डेढ़ साल से कुलपति के पैनल का गठन नहीं किया गया. 5 साल के बाद जब कुलपति का टर्म खत्म होता है, तो पैनल बन जाता है. लेकिन, पिछले वाइस चांसलर डॉ. तारिक मंसूर ने कोविड का बहाना लेकर कुलपति पैनल का गठन नहीं किया और एक्सटेंशन ले लिया. डॉ. तारिक मंसूर के इस्तीफा देने के बाद डॉ. मोहम्मद गुलरेज को एक्टिंग कुलपति बनाया गया. लेकिन 5 महीने बीत जाने के बाद भी कुलपति पैनल का गठन नहीं किया गया.

AMUTA अध्यक्ष मो. खालिद ने कहा कि अब कुलपति के पैनल का गठन जल्द होना चाहिए. क्योंकि, इससे विश्वविद्यालय में खामियां पैदा हो रही हैं. इसके लिए ओल्ड बॉयज और विश्वविद्यालय के कई संगठन साथ आ रहे हैं. AMUTA अध्यक्ष ने कहा कि अगर कुलपति के लिए पैनल का गठन नहीं होता हैं, तो पहले एक दिन का टोकन स्ट्राइक करेंगे. फिर भी यह मांगे पूरी नहीं हुई तो अनिश्चितकालीन धरने पर बैठेंगे. उन्होंने कहा कि कुलपति पैनल का गठन न होने से विश्वविद्यालय में दिक्कतें आ रही हैं. एक सप्ताह में अगर कुलपति पैनल का गठन नहीं होता है, तो AMUTA कड़ा कदम उठाएगी. विश्वविद्यालय में बहुत क्राइसिस है. बहुत सारे काम रुके हुए हैं. कार्यवाहक कुलपति बहुत से काम नहीं कर सकते हैं.

AMUTA के सेक्रेटरी उबैद कमाल ने बताया कि रेगुलर कुलपति के न होने से छात्रों की समस्या, नॉन टीचिंग स्टाफ की दिक्कत, टेंपरेरी टीचर और परमानेंट टीचर की फाइलें निस्तारित नहीं हो रही है. पिछले 5 महीने में एक्टिंग कुलपति होते हुए प्रोफेसर मोहम्मद गुलरेज के नाम के 12 पत्थर लग चुके हैं. एक्टिंग कुलपति का प्रमुख काम रेगुलर कुलपति के पैनल के गठन का होता है. लेकिन, एक्टिंग कुलपति इसमें देरी कर रहे हैं. लेकिन, अब AMUTA चुप नहीं बैठेगा. पैनल गठन कोई कवायद नहीं हुई तो प्रदर्शन किया जायेगा.

चर्चा है कि एक्टिंग कुलपति डॉ. मोहम्मद गुलरेज रेगुलर वाइस चांसलर बनना चाहते हैं. इसी वजह से वह रेगुलर कुलपति के पैनल का गठन नहीं कर रहे हैं. अमूटा सचिव उबैद कमाल ने बताया कि सभी सेंट्रल यूनिवर्सिटी में रेगुलर कुलपति है. लेकिन, एएमयू में पिछले 5 महीने से एक्टिंग कुलपति काम कर रहे हैं. उबैद कमाल ने कहा कि AMUTA रेगुलर कुलपति की नियुक्ति के लिए शिक्षा मंत्रालय, कोर्ट मेंबर और महामहिम राष्ट्रपति के पास पत्र भी भेजेगा.

बता दें कि AMUTA और कुलपति के बीच भी संबंध ठीक नहीं है. कार्यवाहक कुलपति मोहम्मद गुलरेज ने अभी तक अमुटा से कोई मुलाकात नहीं की है. वह 1100 शिक्षकों द्वारा चुनी गई अमूटा को अवैध बताते है और बात नहीं करना चाहते है. 3 महीने पहले अमुटा का चुनाव के जरिये गठन हुआ था. कार्यवाहक कुलपति पर अमूटा ने हठधर्मिता का आरोप लगाया हैं.

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Last Updated : Aug 29, 2023, 11:33 AM IST

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