अलीगढ : अलीगढ़ में जहरीली शराब से मरने वालों का सिलसिला जारी है. अकराबाद के कल्याणपुर स्थित भइया जी ईंट-भट्टे पर जहरीली शराब पीने से एक भट्टा मजदूर की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि मृतक ठेगूमल को कहीं से शराब मिल गई, जिसके सेवन के बाद उसकी हालत बिगड़ गई. ठेगूमल को उल्टी करने के लिए कुछ दवाइयां दी गई, लेकिन ठेगूमल ने दम तोड़ दिया. ईंट-भट्टों पर जहरीली देसी शराब से अब तक 12 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं इतनी ही संख्या में मजदूर अस्पताल में भर्ती हैं.
जिला प्रशासन भट्टों पर शराब सेवन नहीं करने के लिए मुनादी करा रहा है, लेकिन इसका कोई असर होता नहीं दिख रहा है. ईंट भट्टों पर मजदूरों के मरने का सिलसिला जारी है.
बिहार का है मृतक मजदूर
कल्याणपुर गांव में भइया जी ईंट-भट्टे पर बिहार व झारखंड से आए करीब 60-70 लोगों का परिवार काम कर रहा है. मृतक मजदूर के पुत्र ने बताया कि शराब कहां से मिली, नहीं पता चल सका. हम लोग ईंट पाथने में व्यस्त थे, लेकिन देर रात शराब पीने से ठेगूमल की हालत खराब हो गई. भट्टे के मुनीम ने डॉक्टर को दिखाया, लेकिन तब तक ठेगूमल की मौत हो चुकी थी.
ईंट-भट्टों पर हो रही मुनादी
वहीं क्षेत्राधिकारी बरला सुमन कनौजिया ने बताया कि मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारण का पता चल सकेगा. उन्होंने बताया कि ईंट-भट्टों पर मुनादी कराई जा रही है कि शराब का सेवन न करें.
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नहीं थम रहा मौतों का सिलसिला
जहरीली शराब कांड के बाद पुलिस और प्रशासन ने जहां एक तरफ अवैध शराब कारोबार करने वाले माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी है, तो वहीं दूसरी ओर जनपद के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में जहरीली शराब पीने से हो रही मौतों का सिलसिला लगातार जारी है. पुलिस ने अभी तक इस मामले में डेढ़ दर्जन से ज्यादा मुकदमा दर्ज कर, अवैध शराब कारोबार से जुड़े 50 हजार रुपये के इनामिया समेत 36 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार कर लिया है.
'13 से ज्यादा एफआईआर दर्ज'
जहरीली शराब कांड पर अलीगढ़ डीआईजी दीपक कुमार ने बताया, अभी तक इस मामले में 13 से ज्यादा एफआईआर दर्ज की गई है. पुलिस ने 36 से ज्यादा अवैध शराब के कारोबार से जुड़े हुए अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया है. इसमें 50 हजार के इनामिया को भी गिरफ्तार किया गया है. अलीगढ़ शराब कांड में दो लोग शामिल थे, एक अनिल चौधरी और दूसरा ऋषि शर्मा. इनसे जुड़े जो लोग थे, वे भी इस धंधे में शामिल थे. ऋषि शर्मा के परिवार से उसका बेटा और भाई, जो लोग इसमें शामिल थे, उनको पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. अनिल चौधरी के अवैध शराब के कारोबार से जितने भी लोग जुड़े हुए थे, उनको भी गिरफ्तार कर लिया गया है.
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'जब्त होगी प्रॉपर्टी'
डीआईजी दीपक कुमार ने बताया, विपिन यादव नाम का एक व्यक्ति था, जो इस काम में सहभागी था और वह यहां पर अवैध शराब बनाता था. विपिन यादव मैनपुरी का रहने वाला था. उसके द्वारा इन लोगों को शराब बेचा जाता था, जो गांव में सरकारी शराब की दुकान होती थी उन पर. इस पूरे गैंग के लोगों को हमने गिरफ्तार कर लिया है. इनकी जो पूर्ण संपत्ति थी, जो अवैध तरीके से अर्जित की गई थी, उस पर पुलिस का पूरा ध्यान है. इस पूरे गैंग के पास जितनी प्रॉपर्टी है, उस पर 14 (1) के अंतर्गत 10 से 15 दिन में एसएसपी ने जो कमेटी बनाई है, उस प्रॉपर्टी का पूरा रूपरेखा तैयार करके उसके जब्तीकरण की कार्रवाई के लिए अग्रसर हैं. इसमें सभी लोगों को कड़ी से कड़ी सजा हो पाए, इसके लिए भी टीम लगी हुई है. FSL लैब से भी मिलान हो चुका है कि मृतक लोगों में अल्कोहल पाया गया है.
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पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी होगी कार्रवाई
डीआईजी दीपक कुमार ने आगे बताया, इस मामले में अभी तक जिन पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई हुई है, उसमें तीन थाना अध्यक्ष, दो चौकी इंचार्ज और 8 से ज्यादा सिपाही शामिल हैं. बाकी एसपी क्राइम के द्वारा जांच की जा रही है. जिस भी पुलिसकर्मी की अपराधिक संलिप्तता होगी, उस पर कार्रवाई की जाएगी. उनके खिलाफ भी एफआईआर दर्ज किया जाएगा और जेल भेजा जाएंगा.