आगरा : जनपद के थाना इरादत नगर क्षेत्र के ग्वालियर हाईवे पर गुरुवार की सुबह मॉर्निंग वॉक पर निकले एक युवक को अज्ञात वाहन ने रौंद दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई. घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने सड़क पर जाम लगा दिया और हंगामा करने लगे. घटना स्थल पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों को समझा-बुझाकर शांत कराया जिसके बाद जाम खुलवाया गया.
युवक को अज्ञात वाहन ने रौंदा. हाईवे पर शव रखकर ग्रामीणों ने लगाया जाम
घटना गुरुवार सुबह करीब 6:00 बजे की कुर्रा चित्तरपुर मोड़ के पास ग्वालियर हाईवे की है. करीब 23 वर्ष युवक केशव चाहर पुत्र श्यामवीर सिंह अपनी बाइक से ग्वालियर हाईवे स्थित रिलायंस पेट्रोल पंप पर आया और सड़क किनारे बाइक को खड़ी कर मॉर्निंग वॉक करने लगा. इसी दौरान आगरा की ओर से तेज रफ्तार से आ रहे एक अज्ञात वाहन ने उसे रौंद दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई. घटना से गुस्साए ग्रामीणों ने मृतक के शव को हाईवे पर रखकर मार्ग जाम कर दिया और हंगामा करने लगे.
युवक को अज्ञात वाहन ने रौंदा. हाईवे पर जाम के कारण दोनों ओर वाहनों की लंबी-लंबी कतार लग गई. हादसे की सूचना और मार्ग जाम करने की जानकारी पर घटनास्थल पर इरादत नगर पुलिस और सीओ खेरागढ़ प्रदीप कुमार पंहुच गए और आक्रोशित ग्रामीणों को समझाने बुझाने में लग गए. पुलिस ने काफी समझा-बुझाकर ग्रामीणों को शांत कराया और अज्ञात वाहन चालक का पता करके उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई और पीड़ित परिजनों को सरकारी मदद का भरोसा दिलाया. पुलिस के काफी मान मनौव्वलके बाद ग्रामीण माने और जाम खोला का सका. पुलिस ने मृतक के शव को पोसटमार्टम के लिए भेजकर आगे की कानूनी कार्रवाई में जुट गई है.
युवक को अज्ञात वाहन ने रौंदा. त्योहार की खुशी मातम में बदली मृतक के परिजनों ने बताया कि केशव रिलायंस के पेट्रोल पंप पर कर्मचारी था, वो सुबह पंप पर ड्यूटी करने आता था. वह सेना में भर्ती की भी तैयारी कर रहा था. जिसके कारण सुबह जल्दी जगकर दौड़ भी लगाता था. दिवाली पर्व से पहले जवान मौत से खुशियां मातम में बदल गईं.
आए दिन होते रहते हैं हादसे
ग्वालियर रोड लोगों के लिए काल बनकर जिंदगियों को लील रहा है. अनियंत्रित तेज रफ्तार वाहन आए दिन लोगों को अपनी चपेट में ले रहे हैं, जिससे लोग अपनी जान गवां रहे हैं. लेकिन हादसों के बाद भी पुलिस प्रशासन और हाईवे के कर्मचारी सबक लेते नहीं दिख रहे. हाईवे पर अनियंत्रित तेज रफ्तार से दौड़ रहे वाहनों पर अंकुश लगाने के लिए किसी तरह के ठोस कदम नहीं उठा रहे हैं.