आगरा:थाना सिकंदरा क्षेत्र में युवती के साथ एक युवक ने धोखाधड़ी कर शादी की. दूल्हे ने अपने आप को पुलिस का सिपाही बताते हुए युवती के संग सात फेरे ले लिए और उसे विदा कराकर अपने साथ ले गया. युवती ने ससुराल में कुछ दिन बाद जब पति को होमगार्ड की ड्रेस में देखा तो वह चौंक गई. उसने पता किया तो मालूम चला कि पति सिपाही नहीं बल्कि होमगार्ड है, जिस पर युवती ने विरोध किया और युवती के विरोध करने पर ससुराली जन उससे मारपीट कर रहे हैं. इसकी शिकायत उसने उच्च अधिकारियों से की है.
युवक ने खुद को बताया था कांस्टेबल
दरअसल सिकंदरा क्षेत्र की रहने वाली एक युवती की शादी जून महीने में भरतपुर के एक युवक से हुई थी. युवक ने अपने आप को राजस्थान पुलिस में कांस्टेबल बताया था, जिसके अनुसार लड़की वालों ने बड़े धूमधाम से शादी की और अपनी लड़की को विदा किया.
दहेज की कर रहे मांग
शादी के कुछ समय बाद जब युवती ने अपने पति को होमगार्ड की ड्रेस पहने हुए देखा तो उसने इस बारे में ससुराली जनों से पूछताछ की, जिसके बाद उसे पता चला कि उसका पति सिपाही नहीं है वह तो सिर्फ होमगार्ड की नौकरी करता है. पत्नी ने इस बात का विरोध किया जिस पर उसके ससुरालियों ने उसके साथ मारपीट की और उससे दहेज में बाइक और एक लाख रुपये की मांग शुरू कर दी. लड़की के परिजनों ने मांग पूरी करने से इनकार कर दिया, जिसके बाद ससुराल वाले युवती का उत्पीड़न कर रहे हैं.
पुलिस नहीं कर रही सुनवाई
दरअसल युवती ने बताया कि उसके साथ ससुराल वाले मारपीट करते हैं और कई दिन तक उसे खाना भी नहीं देते हैं. बीते दस अगस्त को पति और ससुराल वालों ने उसे कमरे में बंद करके बुरी तरह से मारा पीटा था. उसने बताया कि उसका पति और देवर दोनों शराब पीकर उसके साथ मारपीट कर रहे थे.
सिपाही समझकर की शादी, पति निकला होमगार्ड - शादी के नाम पर धोखा
यूपी के आगरा जिले में शादी के नाम पर धोखाधड़ी का मामला सामने आया है. एक युवक ने खुद सिपाही बताकर युवती से शादी की, लेकिन बाद में युवक होमगार्ड निकला.
शादी के नाम पर धोखाधड़ी का मामला
युवती ने किसी तरह से मौका पाकर पुलिस को मारपीट की सूचना दे दी. इसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर युवती को ससुराल वालों के चंगुल से छुड़ाया और अपने साथ थाने ले आई, जहां से युवती के परिजन उसे अपने साथ ले गए हैं. युवती का आरोप है कि खुद को कांस्टेबल बता कर शादी करने वाले पति के खिलाफ वह कई बार शिकायत कर चुकी है. लेकिन पुलिस उसकी सुनवाई नहीं कर रही है, जिसके लिए उसने अब उच्चाधिकारियों की शरण ली है.