आगरा: जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) में टारगेट किलिंग (target killing in jammu and kashmir) की घटनाएं बढ़ने से पुलिस और प्रशासन में खलबली मची हुई है. शनिवार शाम जम्मू-कश्मीर की अलग-अलग जेलों से एयरलिफ्ट करके 38 बंदियों को आगरा एयरपोर्ट (Agra Airport) लाया गया. जहां से पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था के बीच इन बंदियों को आगरा सेंट्रल जेल में शिफ्ट किया गया. इससे पहले पांच दिन पहले ही 15 बंदियों जम्मू- कश्मीरी से बंदियों को यहां सेंट्रल जेल में शिफ्ट किया गया था. जम्मू-कश्मीर से आए बंदियों की वजह से सेंट्रल जेल की सुरक्षा बढ़ाई गई है.
बता दें कि, जम्मू-कश्मीर में टारगेट किलिंग की वारदातों से हड़कंप मचा हुआ है. वहां पर सख्ती है. ऐसे में राज्य विरोधी ताकतों को जम्मू-कश्मीर पुलिस ने लोक सुरक्षा अधिनियम (Public Safety Act पीएसए) में गिरफ्तार बंदियों को दूसरे राज्यों की जेलों में स्थानांतरित करने की योजना बनाई, जिसके चलते पीएसए के आरोपियों को चिह्नित किया. इसके बाद 17 अक्टूबर-2021 को 15 कश्मीरी बंदियों को आगरा की सेंट्रल जेल में शिफ्ट किया गया. आगरा सेंट्रल जेल में पहले से पाक अधिकृत कश्मीर के भी दो बंदी और एक बंदी जम्मू कश्मीर का निरुद्ध हैं. जो हाई सिक्योरिटी बैरक में हैं.
एयरलिफ्ट करके लाए गए बंदी
जम्मू-कश्मीर शासन की ओर से आगरा सेंट्रल जेल और जिला प्रशासन को इसकी सूचना दी. इसके बाद शनिवार शाम एयरलिफ्ट करके 38 जम्मू कश्मीर के बंदियों को आगरा सेंट्रल जेल में शिफ्ट किया गया, जिनमें 27 बंदी कश्मीर और 11 बंदी जम्मू के शामिल हैं. इन नए बंदियों को भी विशेष बैरक में रखा गया है. आगरा सेंट्रल जेल के वरिष्ठ अधीक्षक वीके सिंह ने बताया कि, शनिवार शाम 38 और कश्मीरी बंदी आगरा सेंट्रल जेल में आए हैं. अब 56 बंदियों को हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा गया है. जम्मू कश्मीर के बंदियों को यहां रखने के दौरान जेल परिसर के बाहर सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता बनाने के लिए पीएसी तैनात की गई थी.