आगराःदेश की सुरक्षा को ध्यान में रखकर आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे से फाइटर प्लेन ने टच डाउन किया और उड़ान भरी थी. देश के सबसे लंबे लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर सफर सुरक्षित नहीं है. एक्सप्रेस-वे पर आवारा पशुओं की नो एंट्री पर करोड़ों रुपये खर्च करके दोनों ओर कंटीले तारों की फेंसिंग(बाड़) लगाईं गई थी. वो जगह-जगह से चोरी हो गई है. यूपीडा अधिकारियों की लापरवाही से पशु पालक बेखौफ होकर एक्सप्रेस-वे के प्रतिबंधित क्षेत्र में गाय, बकरी, भेड़, भैंस, खच्चर को घास चरा रहे हैं, जो कभी भी हादसों का सबब बन सकते हैं.
बता दें कि, यूपी में बेहतर कनेक्टिविटी के लिए आगरा- लखनऊ एक्सप्रेस वे बनाया गया. पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने सन् 2016 में 11,527 करोड़ रुपये की लागत से बनाया था, जो सिक्स-लेन एक्सेस-कंट्रोल्ड वाला एक्सप्रेस-वे 302.222 किमी. लंबा है. जिससे यूपी की राजधानी लखनऊ से आगरा तक का सफर सुगम और साढ़े तीन घंटे का हुआ है. आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर वाहनों की रफ्तार कंट्रोल करने के लिए जगह जगह रबर स्पीड ब्रेकर भी लगाए गए. हाई विजुअल्टी की लाइटें लगाईं गई.
जगह-जगह से कंटीले तार की फेंसिंग चोरी
गांव नर निवासी किसान विश्ववीर ने बताया कि, क्षेत्र में आवारा पशुओं से खेतों में खड़ी फसल की निगरानी करनी पड़ती है. रात में खेत किसानों पर सो रहे हैं और यही आवारा पशु आगरा लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर पहुंच जाते हैं, जिससे हादसे भी हो रहे हैं. क्योंकि, एक्सप्रेस-वे की फेंसिंग(बाड़) को लोग काट ले गए हैं. इससे आवारा पशु और चरवाहों के पशु एक्सप्रेस हाईवे पर पहुंच जाते हैं. राहगीर महिला ने बताया कि, एक्सप्रेस वे की कंटीले फेंसिंग(बाड़) जगह जगह पर नहीं है. लोग उसे काट ले गए हैं, जिसकी वजह से एक्सप्रेस-वे पर आवारा पशु पहुंच जाते हैं.
ईटीवी भारत की टीम देखकर दौड़े बकरी पालक
बकरी पालक प्रेमपाल ने बताया कि, रस्सी में बकरी को बांधकर चराने के लिए आता है. इसलिए बकरी एक्सप्रेस-वे पर नहीं जा सकती है. जब उससे यह सवाल किया गया कि, बकरी यदि आपको रस्सी को खींचती हुई एक्सप्रेस-वे पर चली गई तो क्या होगा ? इस पर कहा कि, हादसा होगा और इसके बाद वो बकरी को लेकर के चला गया. दूसरा बकरी पालक ईटीवी भारत की टीम और कैमरा देखकर वहां से अपनी बकरियों को दौड़ा ले गया.
सरकार उठाए सख्त कदम
आगरा निवासी कार मालिक रोहित शर्मा ने बताया कि, आगरा लखनऊ एक्सप्रेस-वे से लखनऊ जा रहा हूं. लेकिन, जिस तरह से एक्सप्रेस-वे के पर बकरियां, भेड़, आवारा पशु चर रहे हैं यह गलत है. एक्सप्रेस-वे पर 100 किमी. प्रति घंटा की स्पीड निर्धारित है. यह स्पीड बहुत है. इस स्पीड में यदि कोई भी आवारा पशु, बकरी या अन्य पशु गाड़ी के सामने आ जाएगा तो बड़ा हादसा हो सकता है. सरकार से मांग है कि, एक्सप्रेस-वे पर सफर सुरक्षित और सुगम बनाने के प्रयास करें. जिम्मेदार अधिकारियों को सख्त निर्देश दें. जिससे आवारा पशु एक्सप्रेस वे पर नहीं पहुंच पाए.
आवारा पशुओं से मुक्त कराएं एक्सप्रेस-वे
पंजाब के ट्रक चालक हरपाल सिंह ने बताया कि, सुरक्षित, सुगम और कम समय में सफर करने के लिए ट्रक चालक आगरा लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर आते हैं. लेकिन, जिस तरह से आगरा लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर आवारा पशु, बकरी और अन्य पशु पहुंचते हैं वो बेदह खतरनाक है. एक्सप्रेस-वे पर 80 से 100 किमी. प्रतिघंटा की स्पीड निर्धारित है और इस गति में यदि कोई पशु वाहन के सामने आ गया तो उस समय वाहन को कंट्रोल करना मुश्किल होता है. सरकार से मांग है कि, जिस तरह से बढ़ाया जा रहा है. उसी तरह से लोगों के सुरक्षित सफर के लिए भी तमाम सुविधाएं दी जाएं. आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे आवारा पशुओं से मुक्त कराएं.
रात और दिन में खतरा
जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही से आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर सफर सुरक्षित नहीं है. क्योंकि, एक्सप्रेस-वे की सुरक्षा दीवार यानी कंटीले तारों की फेंसिंग गायब है, फेंसिंग चोरी हो गई है. फेंसिंग जगह-जगह टूटने से पशु पालक एक्सप्रेस-वे के प्रतिबंधित क्षेत्र में अपनी गाय, बकरी, भेड़, भैंस, खच्चर को चराने पहुंच रहे हैं. जो, कभी भी एक्सप्रेस-वे पर हादसों का सबब बन सकते हैं. इस वजह से दिन और रात में एक्सप्रेस-वे पर सफर सुरक्षित नहीं है.
वीवीआईपी भी गुजरते हैं यहां से
आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर हर दिन हजारों की संख्या में वाहन फर्राटे भरते हैं. जिसमें तमाम सांसद, विधायक, मंत्री और अन्य वीवीआईपी शामिल हैं. फेंसिंग चोरी होने से सर्द रात और कोहरा में यदि तेज रफ्तार वाहन के सामने एक्सप्रेस-वे पहुंच गया, तो बड़ा हादसा हो सकता है. जबकि, आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर अखिलेश सरकार में फाइटर प्लेन उतरे और उड़ान भरे थे.
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