आगरा :शहीदी दिवस के अवसर पर पंजाब तक अभियान फाउंडेशन की 'सरहिंद पंजाब श्रद्धांजलि यात्रा' निकाली जा रही है. इस यात्रा का आगाज शुक्रवार दोपहर आगरा किला के सामने से हुआ. यहां पर भव्य मंच से वक्ताओं ने केंद्र सरकार से मांग की, कि गुरु गोविंद सिंह और उनके परिवार के बलिदान को देश के इतिहास में प्रमुखता से शामिल किया जाए. हमारी नई पीढ़ी को पढ़ाने के लिए इनका इतिहास पाठ्यक्रम में शामिल किया जाए. आगरा से जोशीले अंदाज में फतेहगढ़ साहिब सरहिंद पंजाब यात्रा की शुरुआत हुई. यह यात्रा 4 प्रदेशों से होकर सरहिंद साहिब में समाप्त होगी.
आगरा से सरहिंद पंजाब यात्रा रवाना. अभियान फाउंडेशन के रवि दुबे के नेतृत्व में 'सरहिंद पंजाब यात्रा' निकाली जा रही है. यात्रा संयोजक रवि दुबे हैं. यात्रा में सबसे आगे आगरा बाइक राइडर्स बुलेट मोटरसाइकिल क्लब के सदस्य एस्कॉर्ट करेंगे. उसके बाद सैकड़ों की संख्या में कार्य और अन्य वाहन से नौजवान यात्रा में शामिल होंगे. यात्रा का आगरा से लेकर फतेहगढ़ साहब तक जगह-जगह पर स्वागत किया जाएगा. पुष्प वर्षा की जाएगी. 17 जिलों से जाएगी यात्रा यात्रा संयोजक रवि दुबे ने बताया कि यह श्रद्धांजलि यात्रा आगरा से शुरू होकर मथुरा, पलवल, बल्लभगढ़ और फरीदाबाद होकर चार राज्यों के 17 जिलों से होकर फतेहगढ़ साहिब पहुंचेगी. यात्रा से पहले हमने चारों प्रदेश की सरकारों को अपनी 60 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंप दिया है. सरकार से मांग है कि गुरु गोविंद साहब के परिवार और उनके साहिबजादे के इतिहास को पाठ्यक्रम में शामिल किया जाए.
सरहिंद पंजाब यात्रा आगरा से रवाना. 'पवित्र धरती तक जाएगी यात्रा' महेंद्र पाल सिंह का कहना है कि यह श्रद्धांजलि यात्रा उन चार साहिबजादे को समर्पित है, जिन्होंने इस देश के लिए अपना बलिदान दिया था. सरहिंद पंजाब यात्रा की शुरुआत आज आगरा से हुई है, जो उस पवित्र धरती पर जाएगी. जहां पर छोटे साहिबजादे को सरहिंद में दीवारों में चिना गया था. जो जुल्म के आगे झुके नहीं थे. उनकी पावन याद में यह पवित्र यात्रा निकाली जा रही है.
'पाठ्यक्रम में शामिल करें बलिदान'
यात्रा सहयोगी बंटी ग्रोवर ने बताया यह यात्रा आगरा से पंजाब सरहिंद तक निकाली जा रही है. इस यात्रा के जरिए गुरु गोविंद सिंह महाराज के चारों शहजादे को श्रद्धांजलि दी जा रही है. इसके साथ ही सरकारों से मांग है, कि गुरु गोविंद साहब और उनके शहजादे के इतिहास को पाठ्यक्रम में शामिल किया जाए. जिससे हमारी आगे आने वाली पीढ़ी गुरु गोविंद सिंह और चारों साहिबजादों के बलिदान को पढ़ सके.
सरहिंद पंजाब यात्रा को किया गया रवाना. सरकार से की यह मांग- बाल दिवस 14 नवंबर की बजाय गुरु गोविंद सिंह के शहीद पुत्रों की याद में 26 दिसंबर को किया जाए.
- चमकौर युद्ध को छठवीं से आठवीं तक के पाठ्यक्रम में शामिल किया जाए.
- गुरु गोविंद साहब उनके परिजनों के जीवन चरित्र को भी पाठ्यक्रम में शामिल किया जाए.
- फतेहगढ़ साहिब और चमकौर में राष्ट्रीय स्तर का स्मारक गुरु गोविंद सिंह के चारों पुत्रों की याद में बनाया जाए.
- भारत के किसी भी नए उपग्रह, लड़ाकू विमान का नाम चारों पुत्रों के नाम पर रखा जाए.
- गुरु तेग बहादुर के 400 वें प्रकाश पर्व पर दिल्ली मेट्रो के राजीव चौक का नाम बदलकर गुरु तेग बहादुर चौक किया जाए.