आगरा:देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार भले ही बेटियों की सुरक्षा के लाख दावे करें. मगर हकीकत यह है कि बेटियां आज भी असुरक्षित हैं. यूपी में हर रोज तीन बेटियां गायब हो रही हैं. यह सनसनीखेज खुलासा 50 जिलों से मिली आरटीआई की रिपोर्ट से हुआ है. जबकि अन्य जिलों की पुलिस रिपोर्ट अभी आनी बाकी है. आरटीआई में मिली जानकारी के मुताबिक यूपी में पिछले वर्ष पूरे प्रदेश से 1763 बच्चे लापता हुए थे. जिसमें 1166 बेटियां शामिल थीं. इतना ही नहीं यह आंकडा और डरावना है. इनमें से लापता 1080 बेटियां की उम्र 12-18 वर्ष के बीच है. जिसमें पुलिस ने 966 बेटियां खोज भी निकाली हैं. मगर अभी भी 200 बेटियां लापता हैं.
300 परिवार को है अपने बच्चों का इंतजार
आगरा के आरटीआई व चाइल्ड राइट एक्टिविस्ट नरेश पारस ने बताया कि मैंने वर्ष 2020 में लापता बच्चों की जानकारी यूपी पुलिस से मांगी थी. जिसमें से 50 जिलों से जबाव मिले हैं. इन जिलों में 1763 बच्चे लापता हुए हैं. जिनमें से 597 लड़के तथा 1166 लड़कियां शामिल हैं.
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वहीं, पुलिस का दावा है कि 1461 बच्चे बरामद कर लिए गए हैं. जिनमें से 302 बच्चे अभी भी लापता हैं. इसमें 102 लड़के और 200 लड़कियां शामिल हैं. 50 जिलों से मिली जानकारी के मुताबिक यूपी में हर रोज लगभग पांच बच्चे लापता हो रहे हैं. कुछ जिलों की पुलिस ने आरटीआई का जबाव देने से सीधे इनकार कर दिया है.