आगरा:ताज नगरी की ग्राम पंचायत नैनाना जाट में जलभराव और गंदगी का आलम है. स्थानीय लोगों का कहना है कि पिछले कई वर्षों में जनप्रतिनिधि और सरकार तक बदली, लेकिन यहां के हालात अभी तक नहीं बदले. कोविड-19 के बाद अब डेंगू जैसी बीमारी लोगों को डरा रही है. कई जगह यह बीमारी जानलेवा भी हो गई है, लेकिन यहां के जनप्रतिनिधि इस ओर ध्यान नहीं दे रहे है.
ब्लॉक बरौली अहीर की ग्राम पंचायत नैनाना के हरिनगर के हालात इस समय काफी खराब हैं. स्थानीय निवासी गुड्डी देवी ने बताया कि वह पिछले लगभग 10 वर्षों से यहां रह रही हैं. चुनाव के समय पर बड़े-बड़े वादे किए जाते हैं. चुनाव के बाद कोई भी जनप्रतिनिधि लौट कर नहीं देखता. 10 वर्षों में सरकार और जनप्रतिनिधि दोनों ही बदल गए, लेकिन गांव के हालात आज भी नहीं बदले. गांव में गंदगी और जलभराव से लोगों को मुक्ति नहीं मिली है.
ग्रामीणों ने बताया कि इस समय कोविड-19 और डेंगू जैसी महामारी हर जगह फैली हुई है. डेंगू और कोविड-19 से अब तक काफी लोगों की मौत हो चुकी है. इसको लेकर सरकार साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने की बात कह रही है, लेकिन यहां न साफ-सफाई है और न ही किसी प्रकार का विकास कार्य. लोगों के घरों के सामने गड्ढों में गंदा पानी भरा हैं, जिससे मच्छर पनपते रहते हैं. मच्छर पनपते से बीमारियां फैलने का डर सता रहा है.
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लगातार हो रही बारिश लोगों के लिए मुसीबत बनती जा रही है. स्थानीय निवासियों ने बताया कि गांव के बीच से एक छोटी माइनर निकलती है, जो कि मिलिट्री डेयरी फार्म के लिए जाती थी. बारिश का पानी माइनर के टूटने से घरों के आसपास भर गया है. इसके चलते स्थानीय लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. लोग जलभराव के कारण मकानों में कैद होकर रह गए हैं. उन्हें बीमारियों का डर सता रहा है. लोगों ने बताया कि वह अपने जनप्रतिनिधियों से विकास की उम्मीद लगा रहे हैं कि शायद योगी सरकार में गांव का विकास हो जाए, लेकिन आज तक क्षेत्रीय सांसद, विधायक और जिला पंचायत सदस्य सहित कोई भी जनप्रतिनिधि गांव में उनका हाल-चाल जानने नहीं पहुंचा.