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आगरा: निजी अस्पतालों में हो रहा L1, L2 और L-3 कोरोना मरीजों का इलाज

उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में कोरोना मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. इसे देखते हुए प्रशासन ने जिले के प्राइवेट अस्पतालों में भी एल-1, एल-2 और एल-3 मरीजों का इलाज हो रहा है. इसके निर्देश सीएम योगी ने दिए थे.

प्राइवेट अस्पतालों में कोरोना मरीजों का इलाज
प्राइवेट अस्पतालों में कोरोना मरीजों का इलाज

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Published : Jul 21, 2020, 8:36 PM IST

आगरा: शहर और देहात में कोरोना संक्रमण कहर बरपा रहा है. जिले में 94 कोरोना संक्रमितों की मौत हो गई है, जबकि संक्रमितों का आंकड़ा 1517 पहुंच गया है. आने वालों दिनों में संक्रमण और तेज होगा और आंकड़े डराने वाले होंगे. सीएम योगी के निर्देश पर जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने एसएन मेडिकल कॉलेज के साथ निजी हॉस्पिटलों में भी वेंटिलेटर और आइसोलेशन की सुविधा शुरू की है. इन निजी हॉस्पिटल्स में सरकार के निर्धारित चार्ज पर कोरोना संक्रमितों का उपचार किया जा रहा है.

प्राइवेट अस्पतालों में कोरोना मरीजों का इलाज

अनलॉक-टू की बात की जाए तो ताजनगरी में गंभीर मरीजों की संख्या बढ़ी है. शहर से देहात तक कोरोना का कोहराम है. ऐसे में गंभीर संक्रमितों के इलाज के लिए एल-3 हॉस्पिटल्स होने चाहिए, जहां गंभीर संक्रमितों को वेंटिलेटर की सुविधा मिल सके. एसएन मेडिकल कॉलेज में 200 बेड हैं. इसके साथ ही अब स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन ने एल-3 लेवल के तीन निजी हॉस्पिटल चिह्नित किए हैं, जहां 200 बेड की व्यवस्था है. इसके साथ ही दो अन्य हॉस्पिटल भी एल-1 और एल-2 लेवल के हैं, जहां कोरोना संक्रमितों का उपचार किया जा रहा है.

अधिक वसूली की शिकायत नहीं

आगरा सीएमओ डॉ. आरसी आरसी पांडे ने बताया कि कोविड मरीजों की संख्या बढ़ने पर निजी हॉस्पिटल में भी बेहतर उपचार की व्यवस्था की है. एल-3 लेवल के नियति हॉस्पिटल, रामरघु हॉस्पिटल और प्रभा ट्रॉमा सेंटर हैं. तीनों निजी हॉस्पिटल की सीएमओ कार्यालय से मॉनिटरिंग की जाती है. निगरानी के लिए नोडल अधिकारी भी नियुक्त हैं. निजी हॉस्पिटल्स में सरकार की गाइडलाइन और निश्चित चार्ज पर कोरोना संक्रमितों का उपचार किया जा रहा है. अभी तक निजी हॉस्पिटल्स में भर्ती किसी संक्रमित या उसके परिजन ने अधिक वसूली की शिकायत नहीं की है. यदि ऐसी शिकायत आई तो सख्त कार्रवाई की जाएगी.

क्या है एल-वन, एल-टू और एल-3 हॉस्पिटल का गणित

आईएमए (आगरा) प्रेसिडेंट रवि पचौरी ने बताया कि एल-वन पेशेंट वे होते हैं, जो कोरोना संक्रमित होते हैं. मगर लक्षण नहीं होते हैं, जिस हॉस्पिटल में इनका उपचार होता है, वे एल-वन हॉस्पिटल हैं, जिन कोरोना संक्रमित की तबियत गंभीर होती है, उसे एल-2 हॉस्पिटल में भर्ती किया जाता है. एल-3 हॉस्पिटल में वेंटिलेटर की व्यवस्था होती है.

निजी हॉस्पिटल में इलाज का दैनिक चार्ज

हॉस्पिटल की कैटेगरी सामान्य मरीज गंभीर मरीज बेहद गंभीर
एनएबीएच से मान्य 10 हजार रुपये 15 हजार रुपये 18 हजार रुपये
एनएबीएच से अमान्य 08 हजार रुपये 13 हजार रुपये 15 हजार रुपये

निजी अस्पताल जहां कोरोना का उपचार

अस्पताल का नाम श्रेणी क्षमता भर्ती मरीज
नियति हॉस्पिटल L1-L3 60 18
रामरघु हॉस्पिटल L1-L3 120 12
प्रभा हॉस्पिटल L1-L2 60 11
मूलचंद हॉस्पिटल L1-L2 100 आरक्षित
पुष्पांजलि हॉस्पिटल L1 25 05


उत्तर प्रदेश के टॉप संक्रमित शहर

शहर संक्रमितों का आंकड़ा
लखनऊ 4291
गौतमबुद्ध नगर 4251
गाजियाबाद 4048
कानपुर 2774
मेरठ 1774
आगरा 1517

(यह आंकड़े 20 जुलाई-2020 में देर रात तक के हैं)

एक नजर इन आंकड़ों पर

  • आगरा में 84 कंटेंटमेंट जोन हैं.
  • आगरा में 35018 सैंपल लिए गए.
  • आगरा में 4.20 % सैंपल पॉजिटिविटी दर.
  • आगरा की 82.94 % क्योरिटी रेट है.

(यह आंकड़े 20 जुलाई-2020 में देर रात तक के हैं)

यूपी की कोरोना कैपिटल रही ताजनगरी में कोरोना संक्रमण आउट ऑफ कंट्रोल है. अनलॉक-2 में संक्रमितों की संख्या के मामले में आगरा आठवें पायदान पर है, जबकि यहां 94 संक्रमितों की मौत हुई है. प्रदेश में मौत के मामले में आगरा दूसरे स्थान पर है.

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