सीएम की तस्वीर पर कालिख पोतना पड़ा महंगा, न्यायिक हिरासत में गए जेल
यूपी के आगरा में सीएम की होर्डिंग पर कालिख पोतने वाले एनएसयूआई के पांच छात्र नेताओं को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया है. वहीं एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी के बाद ही कांग्रेसियों ने थाना सिकन्दरा पर प्रदर्शन किया था.
सिकन्दरा थाने पर कांग्रेसियों का प्रदर्शन.
आगराः उन्नाव रेप कांड की पीड़िता की मौत के बाद एनएसयूआई द्वारा शनिवार को सीएम की तस्वीर पर कालिख पोत कर विरोध जताया गया. एनएसयूआई की इस करतूत पर आगरा पुलिस ने पांच छात्रनेताओं को गिरफ्तार कर गंभीर धाराओं में जेल भेजा है. मामले की जानकारी के बाद कांग्रेसियों द्वारा थाना सिकन्दरा का घेराव और धरना प्रदर्शन किया गया था, लेकिन पुलिस ने एक भी आरोपी को नहीं बक्शा.
शनिवार शाम को एनएसयूआई के प्रवक्ता अपूर्व शर्मा, जिलाध्यक्ष बिलाल अहमद कुरैशी साथी छात्रनेताओं के साथ उन्नाव कांड को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे. इसी दौरान थाना सिकन्दरा अंतर्गत आगरा-दिल्ली हाईवे पर दक्षिणांचल विद्युत केंद्र के बाहर लगी होर्डिंगों पर छपी सीएम योगी आदित्यनाथ की तस्वीर पर कालिख पोती थी.
कांग्रेसियों ने किया था थाने का घेराव
कालिख पोतने के बाद एनएसयूआई के नेताओं ने खुद ही उसका वीडियो बनाकर वायरल कर दिया था. इस मामले में पुलिस ने रात भर मशक्कत कर अपूर्व शर्मा, बिलाल अहमद समेत पांच छात्रनेताओं को हिरासत में लिया था. सुबह कांग्रेस के जिलाध्यक्ष मनोज दीक्षित के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने थाना सिकन्दरा का घेराव किया था और जमकर धरना प्रदर्शन किया था.
न्यायायिक हिरासत में भेजे गए जेल
देर शाम पुलिस ने आरोपी छात्रों को मुकदमा दर्ज कर सभी को न्यायालय के सम्मुख पेश किया. जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है. मामले में कांग्रेस प्रदेश सचिव अमित सिंह का कहना है कि उत्तरप्रदेश अब दुष्कर्म प्रदेश हो गया है और हमारा दुष्कर्म के खिलाफ आंदोलन आगे भी चलता रहेगा.