आगरा: डॉ. योगिता गौतम की गोली मारकर हुई थी हत्या, आरोपी का कबूलनामा निकला झूठा
20:54 August 20
डॉ. योगिता गौतम की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हुआ चौंकाने वाला खुलासा, मारी गई थीं तीन गोलियां
आगरा: एसएन मेडिकल कॉलेज की डॉक्टर योगिता गौतम की हत्या गोली मारकर की गई थी. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. डॉक्टर योगिता का न गला दबाया गया था और न ही चाकू से प्रहार किए गए थे. अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट और आरोपी सीनियर डॉ. विवेक तिवारी के कबूलनामा से मामला उलझ गया है. पुलिस ने बताया कि डॉ. योगिता गौतम की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में आया है कि उनकी गोली मारकर हत्या की गई थी. उनके शरीर से तीन गोलियां निकली हैं, जो पिस्टल की हैं. एक गोली उनके सिर में, एक गोली सीने में और एक गोली कंधे में मिली है.
सूत्रों की मानें तो पोस्टमार्टम रिपोर्ट में साफ लिखा है कि डॉ. योगिता गौतम का न गला दबाया गया और न ही उसके सिर में चाकू मारे गए. पुलिस अधिकारी अब इस पहलू पर छानबीन में जुट गए हैं. पहले पुलिस ने आरोपी डॉ. विवेक तिवारी के कबूलनामे को सही ठहराया था, मगर अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मामला उलझ गया है. पुलिस ने अब यह छानबीन शुरू कर दी है कि डॉ. योगिता गौतम की हत्या में किस पिस्टल से गोली मारी गई थी.
यह था डॉ. विवेक का कबूलनामा
आगरा पुलिस की गिरफ्त में आए कानपुर निवासी डॉ. विवेक तिवारी जालौन के उरई में मेडिकल ऑफिसर हैं. उन्हें बुधवार रात ही जालौन पुलिस की मदद से हिरासत में लिया गया था. पुलिस की पूछताछ में आरोपी डॉ. विवेक तिवारी ने कबूल किया था कि एसएन मेडिकल कॉलेज से एमएस की पढ़ाई कर रही डॉ. योगिता गौतम उससे जूनियर थी. दोनों की 7 साल से फ्रेंडशिप थी. मंगलवार को वह कार से डॉ. योगिता गौतम से मिलने आगरा आया था. राजामंडी से वह डॉ. योगिता को कार में बैठाकर ले गया. विवेक ने बताया थक कि कार में बातचीत के दौरान दोनों में तकरार हो गई. कहासुनी के बाद झगड़ा इतना बढ़ गया कि गुस्से में मैंने गला दबाकर डॉ. योगिता की हत्या कर दी. फिर चाकू से सिर पर ताबड़तोड़ प्रहार किए. इसके बाद उसके शव को सुनसान जगह पर फेंका और ऊपर से लकड़ियां डाल दीं और उरई चला गया.
'शादी करने से योगिता ने किया था इनकार'
डॉ. योगिता गौतम के परिजनों का आरोप है कि डॉ. विवेक तिवारी काफी समय से योगिता पर शादी करने का दवाब बना रहा था. योगिता ने शादी से इनकार कर दिया था, जिस पर आरोपी ने धमकी दी. उन्हें भी फोन किया था, जिस पर वे आगरा आ गए लेकिन योगिता रूम पर नहीं मिली. उसका मोबाइल भी बंद था. इस पर एमएम गेट थाने में अपहरण की शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके बाद डॉ. विवेक तिवारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी.
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