आगराः जिले में 26 जनवरी को टीला माईथान के निचले हिस्से में बनी राय बिशम्बर दयाल धर्मशाला में अवैध खुदाई के चलते मकान गिर गए थे. वहीं, अब जर्जर मकानों को पोकलेन मशीन की मदद से तोडा जाएगा. मशीन को 30 फिट ऊपर पहुंचाने के लिए साढ़े चार हजार मिट्टी-बजरी का रैंप बनाया जायेगा. इस काम में जिला प्रशासन सेना सहित अन्य विभागों के इंजीनियर की मदद लेगा.
धर्मशाला के बेसमेंट में भरी जाएगी मेट्रो की मिट्टी
टीला माईथान में मकान गिरने के बाद हवा में लटके जर्जर मकानों को तोड़ने के लिए पोकलेन मशीन का इस्तेमाल किया जाएगा. सेना सहित अन्य विभागों के इंजीनियर इस काम का अंतिम स्वरूप तैयार करने में जुटे हैं. एडीएम सिटी अंजनी कुमार ने बताया कि आगरा विकास प्राधिकरण(ADA) ने 50 घरों पर रेड क्रोस के निशान लगाए हैं, जिसमे से 9 मकान अतिसंवेदनशील स्थिति में हैं. हवा के दबाब और बंदरो के आतंक के कारण धीरे-धीरे जर्जर मकान नीचे गिर रहे हैं. इन्हें गिराया जाना आवश्यक हैं, जिसको लेकर प्रशासन सेना सहित अन्य विभागों के इंजीनियर अधिकारियों की मदद लेगा.
अंजनी कुमार ने बताया कि सोमवार को सेना और इंजीनियर्स अधिकारियों ने माईथान टीले पर मौजूद जर्जर मकानों का निरीक्षण किया था. इन जर्जर मकानों को तोड़ने से पहले धर्मशाला के बेसमेंट में साढ़े चार हजार टन मिट्टी का भराव कराके एक रैंप तैयार किया जाना है. यह मिट्टी मेट्रो रेल प्रोजेक्ट से मंगाई जाएगी. उस रैंप की मदद से खुदाई में इस्तेमाल होने वाली पोकलेन मशीन को 30 फिट ऊपर पहुंचाया जाएगा. इसके बाद जर्जर मकानों को तोड़ने की कार्रवाई शुरू होगी. इस काम में सेना के साथ राज्य आपदा मोचन बल(SDRF), मेट्रो कॉर्पोरेशन की इंजीनियर टीम और एडीए के अधिकारी मौजूद रहेंगे.