आगरा: ताजनगरी में G20 शिखर सम्मेलन में आने वाले मेहमानों के स्वागत में बनाई जा रही वॉल पेंटिंग को लेकर विवाद खड़ा हो गया है. वीवीआईपी रूटों पर धार्मिक स्थलों की वॉल पेंटिंग बनाई गई है. इसमें तीर्थधाम बटेश्वर में यमुना किनारे बने शिव मंदिरों की श्रृंखला और ऐतिहासिक गुरुद्वारा गुरु का ताल की वॉल पेंटिंग शामिल हैं. बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने बटेश्वर के मंदिरों की वॉल पेंटिंग पर कालिख पोत दी तो भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के पदाधिकारियों ने गुरुद्वारा की वॉल पेंटिंग पर सफेदी कर दी. बजरंग दल और भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के पदाधिकारियों का कहना है कि दीवारों पर धर्मस्थल, महापुरुष और धार्मिक प्रतीकों की वॉल पेंटिंग नहीं बनाई जाएं. इस बारे में डीएम नवनीत सिंह चहल का कहना है कि वॉल पेंटिंग पर कालिख पोतना या सफेदी करना अनुचित व्यवहार है. इस मामले की जांच कराई जा रही है. दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
बता दें कि इस साल G20 शिखर सम्मेलन के अध्यक्ष पीएम मोदी हैं. इस कारण G20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी भारत कर रहा है. G20 शिखर सम्मेलन के तहत साल भर देश के अलग-अलग शहरों में बैठकें होनी हैं. जहां पर G-20 देशों से आए मेहमान चर्चा और मंथन करेंगे. यूपी की बात करें तो ताजनगरी में G20 देशों के मेहमानों की 11 और 12 फरवरी को बैठकें होना प्रस्तावित हैं. विदेशी मेहमानों के स्वागत के लिए ताजनगरी चमकाई जा रही है. मेहमानों के स्वागत में वीवीआईपी रूट एयरपोर्ट से लेकर फतेहाबाद रोड, पुरानी मंडी, यमुना किनारा, एमजी रोड नए कलेवर और भवनों पर एक ही रंग किया जा रहा है.
वीवीआईपी रूट आगरा एयरपोर्ट से ताजमहल पूर्वी गेट के साथ ही आगरा किला और एत्मादउद्दौला स्मारक तक की दीवारें ब्रज की कला, संस्कृति, त्यौहार, सैन्य ताकत व महिला सशक्तिकरण को बयां करेंगी. वीवीआईपी रूट की दीवारों पर दो हजार से ज्यादा से 3D वॉल पेंटिंग बनाई जा रही हैं. इसमें ब्रज की होली, दीपावली, रखाबंधन, देश के मशहूर स्मारक, धार्मिक स्थल, भारत के महापुरुष, देश की सैन्य ताकत और अन्य महत्वपूर्ण वॉल पेंटिंग बनाई जा रही हैं. वॉल पेंटिंग बनाने के लिए वाराणसी, दिल्ली और आगरा के आर्टिस्ट आएं हैं.