आगरा: जिले में स्वास्थ्य विभाग और एसटीएफ की टीम ने शुक्रवार को स्टिंग ऑपरेशन कर भ्रूण लिंग परीक्षण करने वाली एक पैथोलॉजी पर छापा मारा. इस मामले में एक आशा कार्यकर्ता और एक ब्रोकर को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने दोनों से पूछताछ की. जांच के आधार पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा.
मुख्य चिकित्सा अधिकारी अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि यमुनापार में करीब एक महीने पहले प्रिया हॉस्पिटल को भ्रूण लिंग परीक्षण करने के मामले में सील किया गया था. डॉक्टर को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था. वहीं, फिर से यमुनापार में भ्रूण लिंग परीक्षण की सूचना सामने आ रही थी. इसके बाद एक टीम को तैयार कर यमुनापार की कई पैथोलॉजी की जांच-पड़ताल की गई. ट्रांस यमुना फेस वन में स्थित रियल डायग्नोस्टिक पर स्टिंग ऑपरेशन के दौरान छापामार कार्रवाई की गई. इसे डॉ दीपक अग्रवाल और उनकी पत्नी सारिका अग्रवाल चलाती हैं.
मुख्य चिकित्सा अधिकारी अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि फतेहाबाद ब्लॉक में तैनात आशा महिला अनीता एक डमी पेशेंट को अपने साथ बिचौलिए वीरेंद्र निवासी रामपुर फिरोजाबाद के पास लेकर आई. वीरेंद्र ने बताया कि 20000 रुपये में लिंग परीक्षण हो जाएगा. वीरेंद्र रामबाग क्षेत्र के एपी हॉस्पिटल में कंपाउंडर का काम करता है.