वाराणसी: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की तरफ से आज बजट पेश किया गया. निश्चित तौर पर व्यापारी वर्ग के लिए कुछ ऐसी सौगातें मिली हैं, जो उनके मंदी के दौर से गुजर रहे व्यापार को शायद कुछ राहत देने में कारगर साबित हो. टैक्स स्लैब में कमी कर उसे पांच भागों में बांटा गया, इससे व्यापारी काफी खुश नजर आ रहे हैं. व्यापारी का कहना है कि कुटीर उद्योग को कुछ ऐसा नहीं मिला जो व्यापार को आगे बढ़ाएं.
बजट पर व्यापारियों का राय. वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण की तरफ से आज टैक्स स्लैब में कमी करते हुए स्लैब को पांच भागों में बांटा गया. इसे लेकर व्यापारी काफी खुश नजर आए. व्यापारियों का कहना है कि इनकम टैक्स में भारी कटौती की गई, जिसमें 5 से 7.5 लाख तक की आय पर 10 फीसदी टैक्स 20% से घटाकर किया गया है. वह निश्चित तौर पर बड़ी राहत देने वाला है. 7.5 लाख से 10 लाख रुपये तक की आय पर 15% का इनकम टैक्स और 10 लाख से 12 लाख रुपये तक की आय पर 20 फीसदी का टैक्स लगेगा जो पहले कहीं न कहीं से ज्यादा था.
जानें व्यापारियों ने क्या कहा
व्यापारियों का कहना है कि 30 फीसदी से घटाकर इस टैक्स को कम करना व्यापारियों के लिए काफी राहत देने वाला होगा. सस्ते मकान की खरीद के लिए 1.5 लाख तक अतिरिक्त कटौती को 1 वर्ष बढ़ाने का प्रस्ताव भी व्यापारियों को काफी पसंद आया है. उनका कहना है मिडिल क्लास फैमिली के लिए काफी बड़ी राहत है. व्यापारियों के मुताबिक स्टार्टअप योजना से लेकर किसानों को दी गई सौगात कुछ नया और बेहतर करने की कोशिश है. इस बजट से किसान भी काफी खुश नजर आए.
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किसानों को सुविधा देने से बढ़ेगा व्यापार में लाभ
किसानों का कहना है कि हवाई यात्रा और रेल यातायात में किसानों को नई सुविधा दिए जाने से हमारे व्यापार बढ़ेगा. 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करने का प्रधानमंत्री का सपना निश्चित तौर पर इस बजट से पूरा होता दिख रहा है. यह बजट व्यापारी और किसानों को काफी बेहतर लगा है, लेकिन कुछ व्यापारी इससे नाखुश नजर आ रहे हैं. उनका कहना है कि ऋण देने सिस्टम को सरल करने के साथ ही जीएसटी को और भी वितरित करने की जरूरत है, ताकि व्यापारियों को मंदी से राहत मिले.