वाराणसी: धर्म और अध्यात्म की नगरी काशी पहुंचे शंकराचार्य परिषद के अध्यक्ष एवं काली सेना के संस्थापक स्वामी आनंद स्वरूप ने वर्तमान में देश के हालात पर सरकार और आंदोलन कर रहे पत्थरबाजों पर जमकर निशाना साधा. स्वामी ने आगे कहा कि,मस्जिदों से पत्थर फेंकने के आदेश देने वाले मौलानाओं के खिलाफ सरकार को कार्रवाई करनी चाहिए.
मदनी बंधुओं से बड़ा आतंकवादी कोई नहीं:ईटीवी भारत से एक्सक्लूसिव बातचीत करते हुए स्वामी आनंद स्वरूप ने कहा कि माहौल ghazwa-e-hind बनाने का षड़यंत्र है. बहुत दिनों से मुस्लिम समाज स्लीपिंग सेल में कार्य कर रहा है. भारत को जब ghazwa-e-hind बनाने की बात हुई, तब चाचा-भतीजा एक हो गए. देवबंद में जो घोषणा हुई यह उसका एक परिणाम है. पहले देवबंद को बैन करना चाहिए. मदनी बंधुओं को बैन करना चाहिए. इनसे बड़ा आतंकवादी कोई नहीं है.
इन आतंकवादियों को तत्काल जेल में डालना चाहिए. योगी को सोचना चाहिए उनके नाक के नीचे देवबंद में इतना बड़ा षड़यंत्र रच कर यहां से लेकर रांची तक माहौल बिगाड़ा गया. जांच करके उसको उजागर करना चाहिए. सबसे पहले इन उलेमाओं और मौलानाओं को जिन्होंने मस्जिदों से ऐलान पत्थरबाजी के लिए किए है. उन मस्जिद के मौलानाओं और इमाम को जेल भेजना चाहिए. इन्हें जेल में डालकर लट्ठ बजाना चाहिए. तब जाकर के यह मामला शांत होगा. सरकार नहीं बजा पा रही है तो बताएं काली सेना तैयार है.
काली सेना भी करेगी प्रदर्शन:स्वामी आनंद स्वरूप ने बताया 17 जून को तौकीर रजा ने कहा है कि हम फिर से जुमे की नमाज के बाद प्रदर्शन करेंगे, मैं कहना चाहता हूं तौकीर रजा के सामने काली सेना भी वहीं पर प्रदर्शन करेगी. यदि तुम देश को जलाने का काम करोगे, तो काली सेना तुम्हें रोकने का काम करेगी. स्वामी आनंद स्वरूप ने बताया ghazwa-e-hind बनाने का यह कार्य बहुत दिनों से चल रहा है. देश में CAA नहीं लागू होने दिया. किसान बिल लागू नहीं होने दिया. इनका लक्ष्य है सरिया कानून लागू करने का, अब ये लोग खुल कर सामने आ रहे हैं.