वाराणसी: स्मार्ट सिटी योजना के तहत जिले को संवारने का अलग तरीके से प्रयास किया जा रहा है. कहीं स्मार्ट ग्लो साइन बोर्ड लगाए जा रहे हैं तो कहीं घाटों पर उनकी ऐतिहासिक पौराणिकता को बताने के लिए अलग प्रयास किए जा रहे हैं. गलियों से लेकर घाटों तक को सजाने संवारने के कई प्रयास किए जा रहे हैं. लेकिन, इन सबके बीच अब सरकारी कबाड़ से शहर को सुंदर बनाने की कवायद शुरू की गई है.
सरकारी विभागों के लिए कबाड़ एक बहुत बड़ा सरदर्द होता है. नगर निगम के अधीन कई तरह के अलग-अलग विभाग आते हैं. इसमें परिवहन से लेकर पब्लिक यूटिलिटी और कई अन्य विभाग शामिल हैं. इसलिए यहां पर कबाड़ भी बड़ी मात्रा में निकलता है. हर साल कबाड़ के निस्तारण की उचित व्यवस्था नहीं होने की वजह से नगर निगम को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. इस परेशानी को देखते हुए वाराणसी नगर निगम ने स्मार्ट सिटी योजना के तहत चौराहों के सुंदरीकरण के लिए इसी कबाड़ का प्रयोग करते हुए कुछ अलग करने की योजना बनाई. योजना के तहत बनारस के कुछ चौराहों को सेलेक्ट किया गया, जहां कबाड़ की कलाकृतियों से चौराहों को सजाने का काम शुरू हुआ. इन चौराहों में कचहरी, गोलघर चौराहा, पुलिस लाइन चौराहा, समेत पांडेयपुर और कई अन्य चौराहे शामिल हैं.
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