वाराणसी: काशी में गंगा नदी (Ganga river in Kashi) का जलस्तर तेजी से घट रहा है. इससे घाटों पर पानी के साथ बहकर आई मिट्टी जमा (clay deposited on varanasi ghats) हो गई है. इससे घाट किनारे रहने वाले लोग, व्यापारी और पुरोहित काफी परेशान हैं. घाट किनारे रहने वाले लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
वाराणसी में 84 घाट श्रृंखला हैं और यहां के सभी घाटों का यही हाल है. हर घाट पर लगभग 5 फीट मिट्टी की सिल्ट जमा (clay deposited on varanasi ghats) है. इससे घाट किनारे पूजा-पाठ करने वाले पुरोहित और नाविक सभी परेशान हैं. वाराणसी के प्रसिद्ध घाटों पर लोगों को काफी दिक्कत हो रही है. इसमें दशाश्वमेध घाट, शीतला घाट, राजेंद्र प्रसाद घाट, केदार घाट, पुराना अस्सी घाट, नया अस्सी घाट, रविदास घाट, तुलसी घाट, पपुआ घाट, हनुमान घाट, पांडेय घाट और शिवाला घाट आदि शामिल हैं.