वाराणसी: महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के निधन (queen elizabeth died) के बाद हर तरफ उन्हें श्रद्धांजलि दी जा रही है और उनकी स्मृतियों को याद किया जा रहा है. वाराणसी में जहां पर अतिथि देवो भव के भाव के साथ हरेक व्यक्ति का स्वागत किया जाता है. ठीक उसी तरह ही ऐसा स्वागत सन् 1961 में वाराणसी में आई इंग्लैंड की महारानी एलिजाबेथ (Queen Elizabeth of England) का भी किया गया था.
उसकी कुछ एक्सक्लूसिव तस्वीरें रिजवी भारत को उस समय के स्वागत की मिली हैं. जब तत्कालीन राखी नरेश ने एलिजाबेथ के स्वागत के लिए कुछ खास तैयारियां की थीं. वहीं, तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू (Former PM Jawaharlal Nehru) के साथ 1961 में बनारस आईं थीं. एलिजाबेथ (grand welcome Queen Elizabeth in Varanasi) की अगवानी रामनगर दुर्ग से लेकर विजयानगरम किला तक हुई थी. स्वागत सत्कार से महारानी अभिभूत थीं.
रामनगर दुर्ग में विश्राम और लंच के बाद महारानी एलिजाबेथ द्वितीय (Queen Elizabeth second) के साथ काशी नरेश भी मौजूद थे. बनारस की परंपरा के अनुरूप काशी नरेश के साथ मेहमान का स्वागत हर-हर महादेव के जयघोष के साथ हुआ था. गंगा तट पर पहुंच कर बजड़े पर सवार होकर महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने गंगा की लहरों को भी निहारा था. बलुआघाट से राजघाट तक का सफर बजड़े से हुआ था.
पढें-भगवान विष्णु ने किया था काशी के कुंड का निर्माण, इसके जल में मौजूद है श्री हरि का पसीना