लखनऊ : केजीएमयू में पथरी का इलाज और बेहतर होगा. यूरोलॉजी विभाग (Urology department) में खास तरह की स्टोन एनालिसिस मशीन (Stone analysis machine) स्थापित की गई है. इस मशीन से पथरी के प्रकार का पता लगाने में मदद मिलेगी. पथरी का सटीक अव्यय का पता लगने पर मरीज को उसी हिसाब से खान-पान में परहेज की सलाह दी जाएगी. इससे मरीज में दोबारा पथरी के पनपने का खतरा कम होगा. अभी लखनऊ के किसी भी सरकारी अस्पताल में यह मशीन नहीं लगी है.
गुर्दे, गॉल ब्लेडर समेत दूसरे अंगों में पथरी पनपने के मामलों में तेजी से इजाफा हो रहा है. 25 से 30 फीसदी मामलों में ऑपरेशन के बाद कुछ वर्षों में दोबारा पथरी पनप आती है. अब इस समस्या से काफी हद तक बचना आसान होगा. केजीएमयू के यूरोलॉजी विभाग में स्टोन एनालिसिस मशीन (Stone analysis machine) स्थापित की गई है. यूरोलॉजी विभाग (Urology department) के अध्यक्ष व सीएमएस डॉ. एसएन शंखवार ने बताया कि शरीर में पथरी कई प्रकार के रसायन व अव्यय से बनती है. ऑपरेशन के बाद पथरी निकाल दी जाती है. इसके बाद मरीज सामान्य लोगों की तरह खान-पान शुरू कर देता है. परहेज न होने से मरीज में फिर से पथरी पनपने का खतरा बढ़ जाता है. उन्होंने बताया कि नई मशीन से ऑपरेशन के बाद निकाली गई पथरी की जांच की जाएगी.