लखनऊ/जालौन:बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के उद्घाटन कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि जिस धरती ने अनगिनत शूरवीर पैदा किए. जहां के खून में भारत भक्ति बहती है. जहां के बेटे-बेटियों के पराक्रम और परिश्रम ने हमेशा देश का नाम रोशन किया है. उस बुंदेलखंड की धरती को आज एक्सप्रेसवे का ये उपहार देते हुए मुझे विशेष खुशी मिल रही है. बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से चित्रकूट से दिल्ली की दूरी तो 3-4 घंटे कम हुई ही है, लेकिन इसका लाभ इससे भी कहीं ज्यादा है. ये एक्सप्रेसवे यहां सिर्फ वाहनों को गति नहीं देगा, बल्कि ये पूरे बुंदेलखंड की औद्योगिक प्रगति को गति देगा.
प्रधानमंत्री ने कहा कि जिस यूपी में सरयू नहर परियोजना को पूरा होने में 40 साल लगे. जिस यूपी में गोरखपुर फर्टिलाइजर प्लांट 30 साल से बंद पड़ा था. जिस यूपी में अर्जुन डैम परियोजना को पूरा होने में 12 साल लगे. जिस यूपी में अमेठी रायफल कारखाना सिर्फ एक बोर्ड लगाकर पड़ा हुआ था. जिस यूपी में रायबरेली रेल कोच फैक्ट्री, सिर्फ डिब्बों का रंग-रोगन करके काम चला रही थी. उस यूपी में अब इंफ्रास्ट्रक्चर पर इतनी गंभीरता से काम हो रहा है, कि उसने अच्छे-अच्छे राज्यों को पछाड़ दिया है.
उन्होंने कहा कि हमारे देश में मुफ्त की रेवड़ी बांटकर वोट बटोरने का कल्चर लाने की कोशिश हो रही है. ये रेवड़ी कल्चर देश के विकास के लिए बहुत घातक है. इस रेवड़ी कल्चर से देश के लोगों को बहुत सावधान रहना है. रेवड़ी कल्चर वाले कभी आपके लिए नए एक्सप्रेसवे नहीं बनाएंगे, नए एयरपोर्ट या डिफेंस कॉरिडोर नहीं बनाएंगे. रेवड़ी कल्चर वालों को लगता है कि जनता जनार्दन को मुफ्त की रेवड़ी बांटकर, उन्हें खरीद लेंगे. हमें मिलकर उनकी इस सोच को हराना है. रेवड़ी कल्चर को देश की राजनीति से हटाना है.
मेरठ से प्रयागराज तक गंगा एक्सप्रेसवे का शिलान्यास किया जा चुका है. इसका निर्माण भी बहुत जल्द शुरू कर दिया जाएगा. अन्य एक्सप्रेसवे की तरह इस एक्सप्रेस वे पर भी करीब 8 किलोमीटर लंबी एक हवाई पट्टी होगी. इस पर लड़ाकू विमान उतर सकेंगे. इससे पहले पूर्वांचल एक्सप्रेसवे और आगरा एक्सप्रेस वे पर भी इतनी ही लंबी हवाई पट्टी बनाई जा चुकी है. वहां पर लड़ाकू विमान उतारने का ट्रायल भी किया जा चुका है. प्रत्येक एक्सप्रेस वे के लिए यह नियम होता है कि वहां पर एक हवाई पट्टी भी बनाई जाए.
बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे, आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे से इटावा के पास जुड़ेगा, जिससे दिल्ली-एनसीआर के साथ-साथ लखनऊ वालों को भी बुंदेलखंड तक सीधा रूट मिल जाएगा. बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे राज्य में बनने वाले डिफेंस कॉरिडोर की सफलता के लिए भी बेहद अहम है. वहीं बांदा और जालौन जिले में इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के लिए काम भी शुरू हो चुका है. यह एक्सप्रेस-वे चित्रकूट में राष्ट्रीय राजमार्ग 35 पर खत्म हो रहा है, जो झांसी को प्रयागराज से जोड़ता है.
बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे यूपी का पांचवां एएक्सप्रेसवे होगा. इससे पहले राज्य में नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे, ग्रेटर नोएडा को आगरा से जोड़ने वाला यमुना एक्सप्रेस-वे, 302 किलोमीटर लंबा आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे और लखनऊ को गाजीपुर से जोड़ने वाला 341 किलोमीटर लंबा पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे बनाये गये हैं. छठवें एक्सप्रेसवे प्रयागराज से मेरठ के बीच 594 लंबे गंगा एक्सप्रेस-वे पर भी काम तेजी से चल रहा है.