लखनऊ: कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव व यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी को अब तक हिरासत में रखे जाने पर कांग्रेस की नेता विधानमंडल दल आराधना मिश्रा ने सवाल खड़ा किया. महासचिव प्रियंका गांधी की तरफ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लखीमपुर जाने की अपील किए जाने पर उन्होंने कहा कि बिल्कुल प्रधानमंत्री को लखीमपुर में मृतक किसानों के परिजनों का दर्द जानने पहुंचना चाहिए. उन्होंने कहा है कि लखनऊ में एक कार्यक्रम में उत्सव मनाने के बजाय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मृतक किसानों के परिजनों का दर्द समझने तत्काल लखीमपुर जाना चाहिए. नेता विधानमंडल दल आराधना मिश्रा मोना को उनके आवास पर पुलिस ने हाउस अरेस्ट कर रखा है.
जानकारी देतीं कांग्रेस की नेता विधानमंडल दल आराधना मिश्रा पार्टी की नेता विधानमंडल दल आराधना मिश्रा "मोना" ने कहा कि प्रियंका गांधी की गैर कानूनी हिरासत को 30 घंटे से ज्यादा हो गए हैं. प्रियंका जिस तरह से अधिकारों की लड़ाई लड़ रही हैं, उससे सरकार का डर साफ दिखाई दे रहा है. प्रियंका गांधी पीड़ित परिवारों, जिन किसानों को बेरहमी से मारा गया, उनकी आवाज उठा रही हैं. जो अपराधी हैं वो अब भी खुले घूम रहे हैं. आपने प्रियंका गांधी और विपक्ष के कई नेताओं को हाउस अरेस्ट कर लिया. वह व्यक्ति जिसका वीडियो जारी हो गया, परिवार के लोगों ने बताया, चश्मदीदों ने बताया कि मंत्री के बेटे की गाड़ी से वह कुचले गए. अब भी उसको गिरफ्तार नहीं किया गया. क्यों नहीं इस्तीफा दिया अभी तक मंत्री अजय मिश्रा टेनी ने? आराधना मिश्रा "मोना" ने कहा कि उन्हें तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिए. अगर नहीं दे रहे हैं तो सरकार को बर्खास्त कर देना चाहिए. यह बड़े सवाल है. जिस तरह से मुआवाजा दिया है, उत्तर प्रदेश में किसानों की जान की कीमत सिर्फ 45 लाख रुपये लगाई गई है, जबकि परिवारों ने एक करोड़ रुपए की मांग की है. अगर परिवार ने एक करोड़ की मांग की है तो सरकार को देना चाहिए. प्रियंका गांधी समेत जिस तरह से विपक्षी नेताओं पर कार्रवाई की गई है, वह पूरी तरह से असंवैधानिक है.
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आराधना मिश्रा ने कहा कि इतनी बड़ी घटना हुई है, जिसमें आठ लोगों की मौत हुई. यह भूल नहीं जाना चाहिए कि उत्तर प्रदेश से ही दूसरी बार प्रधानमंत्री चुनकर गए हैं. जनता ने उन पर विश्वास जताया. उन्हें सदन भेजा. उसी उत्तर प्रदेश में आठ लोगों की मौत होती है. कौन हैं उनमें किसान हैं, जो पिछले कई महीनों से आंदोलन कर रहे हैं. मैं सवाल पूछना चाहती हूं नरेंद्र मोदी से कि दिल्ली के बॉर्डर पर जो किसान पिछले कई महीनों से धरना दिए बैठे थे, आपने उनकी बात क्यों नहीं सुनी.
आज प्रधानमंत्री लखनऊ उत्सव मनाने आ रहे हैं. उन्हें संवेदना व्यक्त करने उन किसान परिवारों के साथ उनकी बात सुनने के लिए, उनको विश्वास दिलाने के लिए जाना चाहिए. उन्हें सांत्वना देनी चाहिए कि सरकार उनके साथ पूरी तरह से संवैधानिक करवाई करेगी. प्रधानमंत्री को लखीमपुर जाना चाहिए. प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री से जो मांग की है, वह पूरी तरह से जायज है.