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एक लाख इनामी आईपीएस मणिलाल पाटीदार होगा बर्खास्त, MHA से मिली मंजूरी

कारोबारी को हत्या के लिए उकसाने औए भृष्टाचार के आरोपी आईपीएस मणिलाल पाटीदार (IPS Manilal Patidar) को योगी सरकार बर्खास्त करने की तैयारी में है. जल्द ही गृह विभाग अपचौरिकताएं पूरी कर लेगा. इसके बाद पाटीदार को आईपीएस सेवा से बर्खास्त कर दिया जाएगा.

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One lakh rewardee IPS Manilal Patidar will be sacked

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Published : Apr 28, 2022, 7:48 PM IST

लखनऊ: उत्तर प्रदेश कैडर का एक आईपीएस अधिकारी पिछले 19 महीनों से फरार है. कहां गया? इसका जवाब यूपी पुलिस के पास फिलहाल नहीं है. कारोबारी को हत्या के लिए उकसाने औए भृष्टाचार के आरोपी आईपीएस मणिलाल पाटीदार (IPS Manilal Patidar) को योगी सरकार अब बर्खास्त करने की तैयारी में है. जल्द ही गृह विभाग अपचौरिकताएं पूरी कर लेगी, इसके बाद पाटीदार को आईपीएस सेवा से बर्खास्त कर दिया जाएगा.

IPS पाटीदार पर यूपी में 1 लाख रुपये का इनाम घोषित है. सूत्रों के मुताबिक 19 महीनों से फरार 1 लाख इनामी आईपीएस मणिलाल पाटीदार को बर्खास्त करने के लिए यूपी सरकार ने केंद्र सरकार को फ़ाइल भेजी थी. इस अपर राष्ट्रपति की स्वीकृति के बाद केंद्रीय गृह विभाग ने हरी झंडी दे दी है.


कारोबारी इंद्रकांत की मौत के बाद फरार हुआ IPS मणिलाल
यूपी में महोबा के कबरई में जवाहर नगर निवासी क्रशर कारोबारी इंद्रकांत त्रिपाठी ने 7 सितंबर 2020 को तत्कालीन जिले के एसपी मणिलाल पाटीदार पर रिश्वत मांगने के आरोप का वीडियो बनाया था. इसे लेकर कारोबारी ने एक शिकायती पत्र के साथ सीएम योगी और डीजीपी को भी भेजा था. वीडियो में व्यापारी ने कबरई पत्थरमंडी ठप होने की वजह से पैसे न देने की असमर्थता जताई थी.

साथ ही कबरई थाना प्रभारी पर भी गंभीर आरोप लगाए थे. इंद्रकांत त्रिपाठी ने वीडियो में अपनी हत्या की आशंका भी जताई थी. वीडियो वायरल होने के एक दिन बाद इंद्रकांत त्रिपाठी अपनी कार में घायल हालत में मिले. उनके गले पर गोली लगी थी. इलाज के लिए उन्हें कानपुर के रीजेंसी अस्पताल ले जाया गया, जहां 13 सितंबर 2020 को उनकी मौत हो गई.


तत्कालीन एसपी मणिलाल पर केस दर्ज
11 सितंबर 2020 को शासन के निर्देश पर पुलिस ने IPS मणिलाल पाटीदार, कबरई थाने के प्रभारी देवेंद्र शुक्ला, कॉन्स्टेबल अरुण यादव और दो व्यापारियों पर आईपीसी की धारा 302 के तहत केस दर्ज किया. यूपी सरकार ने एसआईटी का गठन किया, जिसमें आत्महत्या की पुष्टि हुई इसके बाद आईपीसी की धारा 306 (आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप) में मामला दर्ज किया गया.

IG मेरठ ने जांच में मणिलाल को दोषी पाया था
कारोबारी इन्द्रकांत के आरोप और उनकी संदिग्घ मौत के बाद शासन ने मणिलाल पाटीदार को निलंबित कर दिया था. इसके कुछ समय बाद वो गायब भी हो गया. इस मामले में योगी सरकार ने यहां इन्द्रकांत की मौत के मामले में SIT को जांच सौंपी थी.

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सस्पेंड होते ही फरार हुआ आईपीएस मणिलाल पाटीदार
इसके बाद सीएम योगी के आदेश पर मणिलाल पाटीदार को सस्पेंड कर पुलिस महानिदेशक कार्यालय से अटैच किया था. आईपीएस रातों-रात फरार हो गया. मणिलाल ने अग्रिम जमानत के लिए इलाहाबाद हाईकोर्ट का भी दरवाजा खटखटाया, लेकिन वहां से भी राहत नहीं मिली.

कौन है IPS मणिलाल पाटीदार?
राजस्थान के डूंगरपुर के रहने वाला मणिलाल पाटीदार यूपी कैडर का IPS अधिकारी हैं. मणिलाल का जन्म डूंगरपुर के रामजी पाटीदार के घर 25 नवंबर 1989 को हुआ था. साल 2013 में मणिलाल यूपीएससी परीक्षा पास की थी. इलेक्ट्रॉनिक टेलीकम्युनिकेशन से बीटेक के बाद ​ही मणिलाल सिविल सेवा परीक्षा की तैयारियों में जुट गया था. उसको लखनऊ में रहने के बाद महोबा में एसपी बनाया गया था. महोबा में एसपी की कुर्सी संभालने के साथ ही मणिलाल पाटीदार रातों-रात अमीर बनने के ख्वाब देखने लगा था. यहीं से उसके बुरे दिन भी शुरु हो गए थे.
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