लखनऊ : योगी सरकार ने धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर हटाने और लाउडस्पीकर को सामान्य मानक के अनुसार ध्वनि रखने का आदेश दिए हैं. इसी बाबत उत्तर प्रदेश पुलिस ने पूरे राज्य में धार्मिक स्थलों में लगे अवैध लाउडस्पीकर हटाने का सिलसिला शुरू कर दिया है. यूपी पुलिस ने अब तक कुल 4258 धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर हटवाए हैं. इसमें सबसे अधिक वाराणसी जोन में 1366 धार्मिक स्थलों में लगे अवैध लाउडस्पीकर पुलिस ने हटवाए हैं. वहीं 28,186 धार्मिक स्थलों को नोटिस देकर लाउडस्पीकर के वॉल्यूम कम करने के निर्देश दिए हैं.
इन जोन में हटवाए गए लाउडस्पीकर :आगरा जोन में 30, मेरठ जोन में 1215, बरेली जोन में 4, लखनऊ जोन में 912, कानपुर जोन में 349, प्रयागराज में 1, गोरखपुर जोन में 2, वाराणसी जोन में 1366, लखनऊ कमिश्नरेट में 190, नोयडा कमिश्ररेट में 19 और वाराणसी कमिश्ररेट में 170 धार्मिक स्थलों से अवैध लाउडस्पीकर पुलिस ने हटवाए हैं. वहीं, आगरा जोन में 905, मेरठ जोन में 5976, बरेली जोन में 5459, लखनऊ जोन में 6400, कानपुर जोन में 1013, प्रयागराज में 1073, गोरखपुर जोन में 2767, वाराणसी जोन में 2417, लखनऊ कमिश्नरेट में 1235, नोयडा कमिश्ररेट में 462 और वाराणसी कमिश्ररेट में 374 धार्मिक स्थलों को लाउडस्पीकर की ध्वनि सामान्य मानक के अनुसार कराई गई है.
क्या था आदेश : ACS होम अवनीश अवस्थी ने निर्देश जारी करते हुए कहा था कि ऐसे धर्म स्थलों की थाना स्तर पर लिस्ट बनाई जाए जहां दिए गए नियमों और आदेशों का पालन नहीं हो रहा है. इसकी जिला स्तर पर साप्ताहिक समीक्षा की जाए और पहली रिपोर्ट 30 अप्रैल तक मंडलायुक्त अपने अधीन जिलों की पुलिस आयुक्त अपने कमिश्नरेट क्षेत्र की शासन को उपलब्ध कराएंगे.
क्या है मानक :अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी (Additional Chief Secretary Home Avnish Kumar Awasthi) ने बताया कि किस क्षेत्र में लाउडस्पीकर की आवाज कितनी हो सकती है. इसके मानक ध्वनि प्रदूषण (विनियमन और नियंत्रण) नियम 2000 में निर्धारित हैं. इसके तहत इंडस्ट्रियल एरिया में दिन में 75 डीबी और रात में 70 डीबी, कामर्शियल एरिया में दिन में 65 डीबी और रात में 55 डीबी, रेजीडेंशियल एरिया में दिन में 55 डीबी और रात में 45 डीबी और साइलेंस जोन में दिन में 50 डीबी और रात में 40 डीबी वैल्यूम के साथ ही लाउडस्पीकर बजाए जा सकते हैं.
इत्रनगरी में पुलिस ने धार्मिक स्थल से हटवाए अवैध 50 लाउडस्पीकर, 400 से ज्यादा की आवाज कराई कम
कन्नौज: लाउडस्पीकर विवाद के बाद धार्मिक स्थलों पर लगे अवैध लाउडस्पीकरों को हटाने के आदेश के बाद इत्रनगरी की पुलिस भी एक्शन मोड में आ गई. पुलिस ने जिले भर में अभियान चलाकर मानकों की अवहेलना करने वाले करीब 50 अवैध लाउडस्पीकरों को हटाया. साथ ही करीब 400 से ज्यादा लाउडस्पीकरों की आवाज कम करवायी. इसके अलावा पुलिस टीम ने धार्मिक स्थलों पर जाकर लाउडस्पीकर बजाने के आदेशों की जानकारी दी. मानक के अनुरूप ही लाउडस्पीकर की आवाज को रखने की बात कही.
क्या है पूरा मामला :धार्मिक स्थलों पर तेज आवाज में लाउडस्पीकर को बजाने को लेकर यूपी में विवाद जारी है. लाउडस्पीकर को लेकर किसी तरह का विवाद न हो, इसके लिए अपर मुख्य सचिव गृह की ओर से धार्मिक स्थलों पर तय मानकों से अधिक लगाए लाउडस्पीकरों को हटाने का निर्देश जारी किया गया था. आदेश के बाद बुधवार को कन्नौज जिले में पुलिस ने एक्शन मोड में आ गई. जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में पुलिस ने टीम बनाकर धार्मिक स्थलों पर लगे अवैध करीब 50 लाउडस्पीकरों को हटवाया. साथ ही करीब 400 से ज्यादा लाउडस्पीकरों की आवाज को कम कराया गया. इस दौरान पुलिस टीमों ने धर्म गुरूओं और पुजारियों को बताया कि धार्मिक स्थल पर मानक के अनुरूप ही लाउडस्पीकर बजाए जा सकते हैं.
नियमों का पालन न करने वालों पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी. एसपी प्रशांत वर्मा ने बताया कि आदेश के बाद जिले में मानक से अधिक व मानक से तीव्र आवाज में जो लाउडस्पीकर लगाए गए थे. उनको हटाने की कार्रवाई जारी है. अवैध तरीके से करीब 50 लाउडस्पीकर लगाए गए थे. उनको चिह्नित कर हटा दिया गया. इसके अलावा मानकों की अवहेलना कर तेज आवाज में बजाए जा रहे करीब 400 लाउडस्पीकरों की आवाज को कम कराया गया है.
इसे भी पढे़ंः लखनऊ में धार्मिक स्थलों से हटवाए गए 433 अवैध लाउडस्पीकर, कुछ जगह वाल्यूम कम करने के निर्देश
झांसी में शासन के आदेश पर प्रशासन ने हटवाए मंदिर और मस्जिदों से लाउडस्पीकर
झांसी के थाना मोंठ में एसएसपी शिवहरी मीना (SSP Shivhari Meena) के आदेश पर कस्वा व ग्रामीण क्षेत्रों के धर्म गुरुओं द्वारा सभी धर्म स्थलों से लाउडस्पीकर हटाकर आपसी सौहार्द का संदेश दिया गया. देश के कई हिस्सों में लाउडस्पीकर पर जारी विवाद के दरमियान उत्तर प्रदेश की हुकूमत ने नया आदेश जारी किया है. इस आदेश के मुताबिक बिना इजाजत अब लाउडस्पीकर और माइक नहीं लग पाएंगे. वहीं जो लाउडस्पीकर और माइक पहले से लगे हैं, उनके लिए शर्त रखी गई है कि उनकी आवाज परिसर के बाहर नहीं आनी चाहिए.
मंदिर-मस्जिदों पर लगे लाउडस्पीकरों को पुलिस प्रशासन ने उतरवाया :बरेली में धार्मिक स्थलों पर लगे लाउडस्पीकर को पुलिस ने धार्मिक स्थल के प्रमुखों के सहयोग से उतरवाने का काम किया. इसमें बरेली में आज लगभग 30 धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकरों को उतारवाया गया. 150 धार्मिक स्थलों पर लगे लाउडस्पीकर की ध्वनि को मानक के अनुसार कराया गया. उच्च न्यायालय के आदेश के बाद प्रदेश की पुलिस प्रशासन ने धार्मिक स्थलों पर तेज आवाज में बजने वाले लाउडस्पीकरों को हटाने की कार्रवाई शुरू कर दी.
इसके तहत बरेली में पुलिस और प्रशासन की टीम ने मंदिर और मस्जिदों पर लगे लाउडस्पीकरों को उतरवाने का काम किया. बरेली में पुलिस प्रशासन की टीम ने पहले अपने-अपने थाना क्षेत्र में बने धार्मिक स्थलों पर लगे लाउडस्पीकरों को चिह्नित किया और उसके बाद धार्मिक स्थल पर मौजूद लोगों से बातचीत कर लाउडस्पीकरों को उतरवाया. पुलिस और प्रशासन की टीम ने 10 मंदिरों और 20 मस्जिदों पर लगे लाउडस्पीकर उतार दिए गए हैं.
मऊ में भी हटाए जा रहे लाउडस्पीकर :जिला प्रशासन ने बुधवार को धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर हटवाने का काम शुरू कर दिया. कुछ धार्मिक स्थलों पर आवाज धीमी करने का निर्देश प्रशासन ने दिया जबकि कुछ को नोटिस जारी कर लाउडस्पीकर हटाने का आदेश दिया. 118 धार्मिक स्थलों पर लगे अवैध लाउडस्पीकरों के लिए नोटिस जारी करते हुए उन्हें यथाशीघ्र हटाने का निर्देश जारी किया गया.
डिप्टी सीएम के गृह जनपद में उतारे जा रहे लाउडस्पीकर :यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के गृह जनपद कौशाम्बी के लोगों ने अपनी स्वच्छा से लाउडस्पीकर उतार लिए है. अब धर्मिक स्थलों पर मानक के अनुरूप ही लाउडस्पीकर बजेगा. अपर पुलिस अधीक्षक के मुताबिक लोगों से बात कर इनकी स्वच्छा से लाउडस्पीकर उतारा जा रहा है. आदेश जारी होने पर जिले के तीनों एसडीएम और सीओ ने सभी थानों पर धर्म गुरुओं के साथ बैठक कर कोर्ट और सरकार के आदेशों का पालन सुनिश्चित करने के लिए कहा था जिसके बाद मस्जिदों के इमाम और मंदिरों के पुजारियों ने अनावश्यक रूप से लगे लाउडस्पीकर को हटाने का काम शुरू कर दिया है. लोग खुद ही मीनारों से लाउडस्पीकर उतर रहे हैं जो एक स्पीकर बचेगा उसकी भी तय मानक के अनुसार ही आवाज रहेगी. इससे ध्वनि प्रदूषण रोकने में काफी मदद मिलेगी.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप