लखनऊ: राज्यपाल आनंदी बेन पटेल (Anandi Ben Patel) की प्रेरणा से रविवार को राजभवन में मई दिवस पर श्रमिकों के सम्मान में एक भव्य श्रमिक सुविधा शिविर का आयोजन किया गया. इस अवसर पर श्रमिकों को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि श्रमिक समाज का अभिन्न अंग हैं. श्रमिक मजदूर नहीं कलाकार हैं, कारीगर हैं.
श्रमिक जिस हुनर से सज्जा और निर्माण का कार्य करते हैं, उसकी शिक्षा उन्हें स्कूलों से नहीं अपितु पीढ़ी दर पीढ़ी कार्य करते हुए मिलती है. उन्होंने कहा कि श्रमिकों के लिए ऐसे शिविर अक्सर लगाने चाहिए जिससे श्रमिक अपनी निर्धारित पात्रता को पूरा कराकर सरकार की लाभकारी योजनाओं का लाभ प्राप्त कर सकें. आयोजन में लगाए गए स्वास्थ्य शिविर को विशेष रूप से संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि परीक्षण में अस्वस्थ पाए गए श्रमिकों को उनके स्वस्थ होने तक निगरानी में रखा जाए तथा उनके लिए चिकित्सा और दवा की व्यवस्था की जाए.
राज्यपाल ने समारोह में संत रविदास शिक्षा सहायता योजना (Sant Ravidas Education Assistance Scheme) और साइकिल सहायता योजना (Cycle Assistance Scheme) के अंतर्गत 9, 10, 11 तथा 12वीं कक्षा के उत्तीर्ण 13 बच्चों को साइकिल, कक्षा-12 उत्तीर्ण 2 बच्चों को 6 हजार रुपये का चेक, प्रधानमंत्री स्वनिधी योजना (Prime Minister Swanidhi Yojana) के तहत डेयरी के लिए एक लाभार्थी को 10 लाख रुपये तथा मत्स्य पालन के लिए एक लाभार्थी को 50 हजार रुपये का किसान क्रेडिट कार्ड, निराश्रित महिला पेंशन के एक लाभार्थी, मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के एक लाभार्थी, राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन योजना के 2 लाभार्थियों को स्वीकृति पत्र प्रदान किए.
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इसी क्रम में राज्यपाल ने दिव्यांगजन सशक्तीकरण की कृत्रिम अंग सहायता उपकरण योजना के तहत 2 लाभार्थियों को स्टिक और स्मार्ट केन (नेत्रहीन लोगों के लिए) प्रदान की. इस अवसर पर उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना के 2 लाभार्थियों प्रमाण पत्र और घर की चाबी प्रदान की. समारोह में विशेष रूप से प्रति श्रमिक परिवार एक साड़ी का वितरण किया गया. राज्यपाल ने मंच से स्वयं 11 श्रमिक महिलाओं को साड़ी प्रदान की.
गौरतलब है कि राज्यपाल के विशेष प्रयास से ये साड़ियां गुजरात से प्राप्त की गई हैं जिन्हें आज नगर पंचायत मोहनलालगंज के 100, अमेठी के 40, गोइसाईगंज के 45 तथा नगर निगम के 590 श्रमिकों को वितरित किए गए. इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने इस शिविर आयोजन को अद्भुत बताते हुए कहा राज्यपाल के नेतृत्व में राजभवन से राजसत्ता नहीं जनसत्ता संचालित हो रही है. श्रम और सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर ने कहा कि इस शिविर आयोजन में राज्यपाल की श्रमिकों के प्रति सम्मान की सोच निहित है.
जिलाधिकारी लखनऊ अभिषेक प्रकाश ने शिविर के संपूर्ण आयोजन में उपलब्ध कराई गई. व्यवस्थाओं और श्रमिकों के लिए सुविधाओं की जानकारी दी. राज्यपाल ने ब्रेस्ट कैंसर स्क्रीनिंग क्षेत्र के पंजीकरण काउंटर, पूर्व शिक्षा डेस्क और परीक्षण कक्ष का निरीक्षण किया. राज्यपाल ने विशेष रूप से वंचितों के लिए स्वास्थ्य सेवाओं को सभी के लिए सुलभ बनाने की आवश्यकता को दोहराया. निदेशक, पीजीआई लखनऊ प्रोफेसर आरके धीमन ने स्तन और सर्वाइकल कैंसर का जल्द पता लगाने के लिए महिलाओं में जागरूकता फैलाने की जरूरत पर जोर दिया.
शिविर में सौ से अधिक महिलाओं को पंजीकृत किया गया और उन्हें सूचना पुस्तिका और ऑडियो विजुअल मीडिया के माध्यम से स्तन स्व-परीक्षण, प्रारंभिक लक्षणों और नैदानिक परीक्षण के बारें में सूचित किया गया. डॉ. गौरव अग्रवाल के नेतृत्व में उद्यमी नर्सों, डॉक्टरों और प्रशासनिक कर्मचारियों की एक टीम द्वारा उनमें से 96 की जांच की गई. कुछ महिलाओं में कैंसर के प्रति कुछ संदेह पाया गया जिनका राज्यपाल के निर्देशानुसार आगे का परीक्षण और आवश्यक उपचार करना होगा. बाद में राजभवन में आयोजित एक सादे समारोह में राज्यपाल ने टीम के सभी सदस्यों को स्नेह स्वरूप उपहार देकर उनका उत्साहवर्धन किया.
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