लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार के सामने कई चुनौतियां हैं. इनमें सबसे अहम है बेरोजगारी से निपटने की चुनौती. इसके लिए सरकार क्या काम कर रही है? बेरोजगारी दूर करने के लिए क्या उपाय अपनाए जा रहे हैं? युवाओं को कैसे ज्यादा से ज्यादा रोजगार मुहैया कराएं जाएंगे? यह जानने के लिए ईटीवी भारत यूपी के ब्यूरोचीफ आलोक त्रिपाठी ने प्रदेश के व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिल देव अग्रवाल से बातचीत की. इस दौरान राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल ने बताया कि सरकार ज्यादा से ज्यादा युवाओं को स्किल डेवलपमेंट के माध्यम से रोजगार के अवसर उपलब्ध करा रही है. सौ दिन के कार्यकाल में ही पचास हजार युवाओं को रोजगार दिया गया है. राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल ने और क्या कुछ कहा, आइये इस खास बातचीत में जानते हैं.
सवाल: आपने सौ दिन की कार्य योजना पेश की थी. सौ दिन पूरे हो गए हैं. कैसा रहा इन दिनों का आपके विभाग का काम?
जवाब: ईटीवी भारत के सवाल का जवाब देते हुए राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल ने कहा कि 100 दिन का समय बहुत कम होता है. फिर भी मैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बधाई देता हूं कि उन्होंने सौ दिन, छह महीने और एक साल का टारगेट अपने-अपने विभाग के मंत्रियों को दे दिया है. हम सब पूरी क्षमता से जल्दी और टारगेट के साथ काम करें, काम का निर्धारण भी समयबद्ध हो यही हमारी कोशिश है.
अभी सौ दिन के काम का प्रजेंटेशन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लिया है. टॉप 10 विभागों में एक विभाग हमारा भी है. जो टारगेट तय किए थे वो काफी हद तक पूरे हो गए हैं. माध्यमिक शिक्षा के साथ हमारा एक एमओयू साइन हो रहा है. जिसमें इंटरमीडिएट कॉलेजों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2022 के साथ स्किल डेवलपमेंट से भी जोड़ा जाएगा. इंटरमीडिएट के बच्चों को भी स्किल का प्रशिक्षण दिया जाएगा. यह एक बड़ा काम है. अभी 150 कॉलेज चयनित किए गए हैं. अगर रिजल्ट अच्छा आया तो इसको आगे बढ़ाने का काम किया जाएगा.
सवाल: क्या आप उच्च शिक्षा में भी कौशल विकास को लेकर जा रहे हैं?
जवाब: उच्च शिक्षा में भी कौशल विकास लागू किया जाएगा. घर के अंदर ही तमाम छोटे-मोटे टेक्निकल काम बने रहते हैं, जिसके लिए लोगों को बुलाना पड़ता है. अभी घर-घर बिजली योजना पर काम चल रहा है, जिसके लिए गांव-गांव में पानी की टंकियां बनाई जा रही हैं. इसके लिए बहुत बड़े स्तर पर प्रशिक्षित लोगों की जरूरत होगी. सौर ऊर्जा में भी बड़ा काम हो रहा है. इस क्षेत्र में भी युवाओं को प्रशिक्षित करने की तैयारी है. एयरपोर्ट पर भी प्रशिक्षित लोगों को काम दिया जाएगा. साथ ही ड्रोन तकनीक में भी युवाओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा. चिकित्सा क्षेत्र में भी प्रशिक्षित युवाओं की बहुत मांग है.
सवाल: आपके विभाग की तरफ से रोजगार मेले चलाए जा रहे हैं, आपने अब तक कितने रोजगार दिए हैं?
जवाब: हाल के दिनों में पचास हजार युवाओं को रोजगार दिया गया है, यह बड़ी उपलब्धि है. आज के रोजगार मेले में लोग कम आए, जबकि रोजगार के 25000 अवसर थे. आने वाले समय में तमाम युवाओं को रोजगार से जोड़ा जाएगा. इंडस्ट्री के लोगों से बातचीत हुई है. लोगों को लग रहा है कि विभाग की तरफ से अच्छा काम हो रहा है.
सवाल:मुख्यमंत्री के सामने 100 दिन की कार्य योजना पेश कने के दौरान कहा गया था कि कौशल का प्रशिक्षण देने वाले लोगों में नई संस्थाओं और कुछ नया करने की सोच रखने वाले लोगों को अवसर दिए जाएंगे. इसमें क्या प्रगति हुई है?
जवाब: इस क्षेत्र में भी काम चल रहा है. अभी इसके लिए कुछ टारगेट आया है, जो कि कैबिनेट में पेश होगा. अभी जो कंपनियां काम कर रही हैं, वह बहुत बड़ी हैं. बड़े प्लेयर्स हैं और उनका बड़ा टर्नओवर है. हम उन लोगों को भी अवसर देंगे जो नया व्यवसाय करना चाहते हैं, जिनके पास नई सोच है. फिलहाल जिस स्कीम पर विचार हो रहा है, उसके पास होने के बाद विस्तार से जानकारी दी जाएगी.
सवाल: तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में भी आप क्या नया कर रहे हैं?
जवाब: आईटीआई में टाटा से एएमयू साइन हो रहा है. इसमें टाटा चार हजार करोड़ रुपये लगा रहा है. हमारी सभी आईटीआई कॉलेजों को तकनीकी रूप से नए उपकरणों से लैस किया जाएगा. इस क्षेत्र में बहुत तेजी से काम चल रहा है. प्रदेश में बहुत जल्द एक स्किल यूनिवर्सिटी भी आने की उम्मीद है. यह यूनिवर्सिटी प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में बन सकती है. साथ ही खुर्जा के लिए भी हमने प्रस्ताव दिया है. हम नई ऊर्जा के साथ काम कर रहे हैं.
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