लखनऊ : रोमियो के फंडे लाजवाब एक नई रोमांटिक काॅमेडी फिल्म है. यह फ़िल्म जुलाई को रिलीज हो रही है. इस फिल्म के कलाकारों ने दहेज प्रथा, नोटबंदी, रोमांस को कॉमेडी के जरिए समाज को संदेश देने की कोशिश की है. फिल्म के कलाकार गुरूवार को राजधानी पहुंचे. इस दौरान उन्होंने फिल्म के बारे में बताया.
दहेज प्रथा, नोटबंदी, रोमांस व कॉमेडी का जोरदार तड़का, लखनऊ पहुंचे रोमियो के फंडे लाजबाब के कलाकार - shooting in shahjahanpur
'रोमियो के फंडे लाजबाब' में नए कलाकार नई प्रतिभा को लेकर दर्शकों के सामने आ रहे हैं. यह एक नई रोमांटिक काॅमेडी फिल्म है. इसका फिल्मांकन उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में हुआ है.
फिलहाल बीते कुछ समय से जहां बॉलीवुड की कई फिल्में सिनेमा में धूम मचाने में नाकाम हो रही हैं, वहीं आने वाली सिचुएशनल कॉमेडी 'रोमियो के फंडे लाजबाब' में नए कलाकार नई प्रतिभा को लेकर दर्शकों के सामने आ रहे हैं. इस फिल्म का फिल्मांकन उत्तर प्रदेश के एक छोटे से शहर शाहजहांपुर में हुआ है. यह एक स्ट्रीट-स्मार्ट, शिक्षित, लेकिन बेरोजगार युवक 'रोमी' (अमित चांदपुरी) की प्रेम कहानी है, जो बचपन की प्रेमिका 'जूली' (सोनम वर्मा) को प्यार करता है. दोनों ही मध्यम वर्गीय परिवारों से ताल्लुक रखते हैं और चुपके से एक-दूसरे के साथ जीने मरने की कसमें खाते हैं. जूली के माता-पिता उसकी शादी करने के इच्छुक हैं और उसके लिए अनेक रिश्ते आते रहते हैं. जबकि रोमी के माता-पिता उसे कुछ नौकरी करने के लिए कहते हैं. रोमी अपना खुद का व्यवसाय स्थापित करने की इच्छा रखता है. मगर लड़के के माता-पिता इस प्रेम को स्वीकर नहीं करते हैं. वह सपनों को पूरा करने के लिए लड़के पर दबाव बनाते हैं. जिसकी वजह से फिल्म का हीरो अपराध की दुनिया का बादशाह बनने की राह को चुनता है.
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उसके माता-पिता चाहते हैं कि उसकी शादी अच्छे घर में हो, ताकि दहेज मिले. जिससे परिवार की माली हालत ठीक हो सके. इसी उधेड़बुन में रोमी खतरनाक स्थितियों से गुजरता है. आखिर में अवैध गतिविधियों में फंस जाता है.
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