लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी में पालतू पिटबुल ने मंगलवार को अपनी बुजुर्ग मालकिन को नोच कर जान से मार डाला. इस घटना से पेट्स लवर्स और डॉग ब्रीडर्स खौफ में है. ईटीवी भारत जब ऐसी जानलेवा नस्लों की जानकारी लेने के लिए ब्रीडर्स से बातचीत की तो कुछ हैरान करने वाली बातें सामने आई है.
शुद्ध नस्ल का पिटबुल नहीं होता है इतना घातक:पशु विशेषज्ञ डॉक्टर नीरज वर्मा बताते है कि पिटबुल, साइबेरियन हस्की समेत कुछ ऐसे कुत्तों की नस्लें होती है जो खतरनाक मानी जाती है. लेकिन इतनी भी नही कि वो अपने ही मालिक की जान ले लें. वो बताते है कि पिटबुल की एक कमजोरी होती है जो किसी के लिए भी जानलेवा साबित होती है वो है उसका जबड़ा, जो हमले के दौरान लॉक हो जाता है और जिस जगह वो काटता है वहां का मांस ही निकाल लेता है. डॉक्टर नीरज वर्मा बताते है कि पिटबुल में अग्रेशन इस कदर आना की वो अपने मालिक की जान ले ले वो इस ओर इशारा करता है कि ब्रीडर अलग अलग खतरनाक कुत्तों के बीच ब्रीड करते है और जो उससे बच्चा तैयार होता है वो ज्यादा खतरनाक होता है.
नेपाल के रास्ते लाये जाते हैं कुत्तों की खतरनाक नस्लें:डॉग ब्रीडर नीरज ने ईटीवी भारत को बताया कि पंजाब में अमेरिकन बुली और पिटबुल की डिमांड ज्यादा है. वहाँ से ये कुत्ते नेपाल के रास्ते यूपी लाये जाते हैं. यूपी में कुछ ब्रीडर ऐसे गलत तरीके से लाये गए कुत्तों की ब्रीडिंग करवाते है. नीरज कहते है कि प्योर नस्लें का पिटबुल इतना खतरनाक नही होता कि किसी की जान ले.