उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

ETV Bharat / city

इन विश्वविद्यालयों में भी प्रवेश की काउंसलिंग रुकी, छात्रों को अलग-अलग नंबर पर मिली एक ही रैंक

डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय के बाद अब मदन मोहन मालवीय विश्वविद्यालय गोरखपुर और एचबीटीयू कानपुर की प्रवेश के लिए काउंसलिंग भी रोक दी गई है. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) की ओर से उपलब्ध कराई गई मेरिट सूची में गड़बड़ी के चलते काउंसलिंग रोकी गई.

counseling for admission in these universities also stopped after aktu in up
counseling for admission in these universities also stopped after aktu in up

By

Published : Oct 11, 2021, 7:07 PM IST

लखनऊ:डॉ एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय के बाद अब मदन मोहन मालवीय विश्वविद्यालय गोरखपुर और एचबीटीयू कानपुर की काउंसलिंग भी रोक दी गई है. काउंसलिंग दोबारा कब तक शुरू होगी, इस संबंध में कोई जानकारी नहीं उपलब्ध करायी जा रही है. डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय के प्रशासन का दावा है कि वो लगातार एनटीए की टीम के संपर्क में हैं. उनसे संशोधित मेरिट लिस्ट मांगी जा रही है. संशोधित मेरिट लिस्ट प्राप्त होते ही काउंसलिंग की प्रक्रिया को आगे बढ़ा दिया जाएगा.


उत्तर प्रदेश के इंजीनियरिंग, फार्मेसी, मैनेजमेंट कॉलेजों में दाखिले के लिए चल रही यूपीसीईटी (UP-CET) 2021 काउंसलिंग की प्रक्रिया को शनिवार देर शाम रोक दिया गया था. विश्वविद्यालय के प्रवक्ता आशीष मिश्रा ने बताया कि बीआर्क को छोड़कर सभी अन्य विषयों की काउंसलिंग और फिजिकल रिपोर्टिंग दोनों ही स्थगित कर दी गई हैं.


अचानक इस फैसले से हड़कंप मच गया. प्रदेशभर के करीब 750 कॉलेजों में दाखिले के लिए काउंसलिंग की प्रक्रिया चल रही थी. इन कॉलेजों में एक लाख से ज्यादा सीटों पर दाखिले होने हैं. काउंसलिंग के लिए पंजीकरण की प्रक्रिया 25 सितंबर को शुरू की गई थी. कुछ दिन पहले ही विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से पहले चरण की काउंसलिंग के आवंटन के नतीजे जारी किए गए हैं. प्रस्तावित कार्यक्रम के तहत जल्द ही दूसरे चरण की प्रक्रिया भी शुरू होने जा रही थी. ऐसे में अचानक सामने आए इस फैसले ने छात्रों की परेशनी बढ़ा दी. छात्र परेशान हैं कि उनके दाखिले का क्या होगा. सोशल मीडिया पर लगातार छात्र और उनके अभिभावक विश्वविद्यालय प्रशासन से इस संबंध में सवाल पूछ रहे हैं लेकिन कोई जवाब नहीं मिल रहा है.

ये भी पढ़ें- केंद्र सरकार हत्या के शिकार भाजपा कार्यकर्ताओं की नहीं करती परवाह, न्याय प्रक्रिया में डाल रही बाधा- राहुल गांधी


उत्तर प्रदेश के इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट और फार्मेसी समेत अन्य पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए अभी तक डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय अपने स्तर पर प्रवेश परीक्षा कराता था. इसी सत्र से इस प्रक्रिया में बदलाव किया गया. इंजीनियरिंग कॉलेज में दाखिले के लिए होने वाली उत्तर प्रदेश राज्य प्रवेश परीक्षा को समाप्त कर दिया गया. साथ ही, केंद्रीय स्तर पर होने वाली जेईई मेंस परीक्षा के माध्यम से दाखिले देने की व्यवस्था लागू की गई. अन्य पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए प्रवेश परीक्षा कराने की जिम्मेदारी विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से नेशनल टेस्टिंग एजेंसी को सौंपी गई. कोरोना संक्रमण के बाद की स्थितियों के चलते कई बार परीक्षा की तिथि बदली गई. इसके चलते प्रवेश प्रक्रिया अब तक पूरी नहीं हो पायी थी.


काउंसलिंग के दौरान डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय के स्तर पर की गई जांच में सामने आया कि अलग-अलग अंकों के अभ्यर्थियों को एक ही रैंक आवंटित की गई है. एकेटीयू के प्रवक्ता आशीष मिश्रा ने बताया कि इसी मेरिट सूची के आधार पर गोरखपुर और कानपुर के एचबीटीयू में भी दाखिले हो रहे थे. जिन पर रोक लगा दी गई. उन्होंने बताया कि इस मामले में प्रबंधन एनटीए के संपर्क में है. जल्द से जल्द काउंसलिंग की प्रक्रिया को दोबारा शुरू करने के प्रयास किए जा रहे हैं.

ABOUT THE AUTHOR

...view details