लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी आने वाले समय में दलित बस्तियों में तमाम तरह के संपर्क और संवाद के कार्यक्रम चलाकर दलितों को जोड़ने का काम करेगी. दलित वोट बैंक पर एकाधिकार जताने वाली बहुजन समाज पार्टी को और कमजोर करके, इसका सियासी फायदा उठाने के लिए भारतीय जनता पार्टी ने आने वाले समय में सितंबर और अक्टूबर में दलित बस्तियों में जाकर संपर्क, सेवा और संवाद के कार्यक्रम करने का फैसला किया है. भारतीय जनता पार्टी ने जो रणनीति बनाई है, उसके अनुसार केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार व उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार की तमाम जन कल्याणकारी नीतियों का जो लाभ वंचित दलित समाज को दिया गया है, उसकी जानकारी दलित समाज के लोगों को दी जाएगी.
रणनीति की जानकारी देते बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता मनीष शुक्ला भाजपा कार्यकर्ता अब इसी रणनीति को अमली जामा पहनाते नजर आएंगे. बीजेपी सूत्रों का दावा है कि आने वाले समय में भारतीय जनता पार्टी की तरफ से दलित बस्तियों में संपर्क सेवा और संवाद के कार्यक्रम किए जाएंगे. इनकी मदद से दलितों को पार्टी से जोड़ने की कोशिश की जाएगी. भारतीय जनता पार्टी के एक वरिष्ठ नेता नाम न लिखने पर कहते हैं कि दलित समाज में अब भी भारतीय जनता पार्टी की पकड़ और पैठ काफी कमजोर है. दलित समाज के लोगों का फिलहाल भाजपा को कम वोट मिलता है. इसे लेकर भारतीय जनता पार्टी चिंतित है. इसको ध्यान में रखते हुए यह नयी रणनीति बनाई जा रही है.
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इसके लिए बीजेपी के शासन काल में दलित समाज के लोगों के लिए किए गए कार्यों की तुलना, दूसरी पार्टियों के शासनकाल में हुए कार्यों से की जाएगी. केंद्र व राज्य की जन कल्याणकारी योजनाओं के बारे में जानकारी दलित समाज के लोगों को दी जाएगी. दलित बस्तियों में संपर्क और संवाद के साथ ही खिचड़ी भोज जैसे कार्यक्रम भी बीजेपी कर सकती है. इनके माध्यम से बीजेपी दलितों को ये बताएगी कि सरकार ने इस समाज के लिए कितने काम किए हैं.
इसके अलावा भारतीय जनता पार्टी, दलित समाज के लोगों को यह बताने का भी काम करेगी कि टिकट बंटवारे की बात हो या मंत्रिमंडल या संगठन में सहभागिता की बात हो, हर स्तर पर दलित समाज के लोगों को उचित और पर्याप्त प्रतिनिधित्व दिया गया. ऐसी तमाम जानकारियों को एकत्रित करते हुए भारतीय जनता पार्टी एक अभियान तैयार कर रही है.
इस तरह की तमाम जानकारियों को एकत्र करके एक दस्तावेज तैयार किया जाएगा. इसकी पूरी जानकारी दलित समाज को दी जाएगी. पार्टी का मानना है कि इससे दलितों का भारतीय जनता पार्टी के प्रति रुझान बढ़ेगा और इसका फायदा अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में होगा.
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भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता मनीष शुक्ला ने ईटीवी भारत को बताया कि बीजेपी का मूल मंत्र- सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास है. विशेष रूप से जो वंचित वर्ग रहा है, वो दलित वर्ग है. इनको सरकार की तमाम जनकल्याणकारी नीतियों से लाभान्वित किया गया. समाज के निचले पायदान पर बैठे व्यक्तियों को सरकार की योजनाओं से जोड़ा गया. सरकार से लेकर संगठन तक इस समाज के लोगों को उचित प्रतिनिधित्व दिया गया. डॉ. भीमराव आंबेडकर के विचारों को सैद्धांतिक रूप से व्यवहार में भारतीय जनता पार्टी ने अपनाया है. दलित बस्तियों में भी सेवा का काम भाजपा ने काम किया है.
उन्होंने कहा कि आने वाले समय में भारतीय जनता पार्टी इस समाज को यह बताने का काम करेगी कि बीजेपी ने उनके लिए कौन से काम किए हैं और पूर्ववर्ती सरकारों ने क्या काम किया. दलितों को सिर्फ वोट बैंक समझने वाली मायावती ने उनके लिए कोई काम नहीं किया. सिर्फ अपने परिवार की ही चिंता मायावती व बसपा ने की जबकि भारतीय जनता पार्टी ने इस पूरे समाज को मंत्रिमंडल से लेकर संगठन तक हर स्तर पर उचित सम्मान दिया.