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लखनऊ: गोशाला में पशुओं की हत्या, हिरासत में 8 आरोपी

उत्तर प्रदेश के राजधानी लखनऊ में गोशाला में पशुओं की हत्या किए जाने की बात सामने आई है. घटना के सामने आने के बाद जिला प्रशासन के अधिकारी इस मामले में लीपापोती करने में जुट गए. सुबह गोशाला में पशुओं की गिनती के दौरान 50 पशु मिले थे, जबकि शनिवार तक वहां 70 पशु मौजूद थे. वहीं शाम होते-होते अधिकारियों ने गोशाला में 69 पशुओं की गिनती दिखा दी. इस पूरे मामले में पुलिस और प्रशासन के विरोधाभासी बयानों के कारण कई सवाल उठ रहे हैं.

animals slaughtered in gaushala
गोशाला में पशुओं की हत्या

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Published : Nov 8, 2020, 3:50 PM IST

Updated : Nov 9, 2020, 4:56 AM IST

लखनऊ: राजधानी लखनऊ के गोसाईगंज थाना क्षेत्र में महमूदपुर गढ़ी के पशु आश्रय स्थल में रविवार सुबह कुछ पशु मरे हुए पाए गए. मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने जब गोशाला में पशुओं को मरा देखा तो वहां हड़कम्प मंच गया. सूचना पर पहुंची पुलिस और जिला प्रशासन के अधिकारियों ने पशु आश्रय गृह के जानवरों की गिनती कराई तो मौके पर केवल 50 पशु ही मौजूद मिले. जबकि यहां 70 पशु रखे गए थे. हालांकि अधिकारी अभी तक की जांच में केवल दो पशुओं की ही मारे जाने की बात कह रहे हैं. जबकि ग्रामीणों का कहना है की यह संख्या और भी ज्यादा है. फिलहाल प्रशासन इस मामले में लीपापोती करने में जुटा हुआ है. उधर शाम होते-होते प्रशासन ने गोशाला में 69 पशुओं की मौजूदगी दिखा दी.

देखें रिपोर्ट

गोशालाओं में सुरक्षित नहीं पशु

राजधानी लखनऊ के गोसाईगंज थाना क्षेत्र के महमूदपुर गढ़ी गांव में एक गोशाला है. इस गोशाला में 70 पशुओं को रखा गया था. बताया जा रहा है कि, बीती रात प्रतिबंधित मांस के कुछ तस्करों ने यहां के पशुओं की बेरहमी से हत्या दी और उनके मांस को उठा ले गए. रविवार सुबह जब गांव के लोगों ने पशु आश्रय गृह का दृश्य देखा तो वहां हड़कम्प मच गया. इसके बाद लोगों ने ग्राम प्रधान और पुलिस को घटना की सूचना दी. सूचना मिलने के बाद पुलिस और प्रशासन के अधिकारी आनन-फानन में मौके पर पहुंचे और मामले की जांच में जुट गए. अधिकारियों ने गोशाला में मौजूद जानवरों की गिनती कराई तो वहां केलव 50 पशु मिले.

गोशाला में पशुओं की हत्या से हड़कम्प


लीपापोती करने में जुटे अधिकारी

महमूदपुर गढ़ी गांव के पशु आश्रय गृह में पशुओं की बेरहमी से हत्या करके उनके मांस की तस्करी की बात सामने आने के बाद पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए. जिसके बाद मौके पर पहुंचे अधिकारी इस मामले में लीपापोती करने में जुट गए. अधिकारियों की मानें तो केवल दो पशुओं की हत्या की गई है. बाकी पशु गोशला का गेट खुला होने पर वहां से भाग गए.

पशु आश्रय गृह के प्रभारी अनिल कुमार के मुताबिक, शनिवार तक गोशाला में 70 जानवर मौजूद थे, जबकि रविवार को गिनती में केवल 50 जानवर मिले. बाकी क्या हुआ वह नहीं जानते.


आज सुबह सूचना मिली की गोशाला में कुछ पशु मारे गए हैं. जिसके बाद इसकी सूचना पुलिस को दी गई. इस घटना को लेकर पुलिस को तहरीर दे दी गई है और पुलिस मुकदमा भी दर्ज कर रही है. गोशला में केवल 50 पशु ही मिले हैं, जबकि कल यह संख्या 70 थी.
--रामशरण, ग्राम प्रधान

खंड विकास अधिकारी का सुबह का बयान

मामले की जांच कराई जा रही है, पशुओं के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है, अभी तक जो जानकारी आई है उसमें दो पशुओं के मारे जाने की पुष्टि हुई है.

--भोलानाथ कनौजिया, खंड विकास अधिकारी

खंड विकास अधिकारी का शाम का बयान

पशु आश्रय केंद्र में कुल 70 मवेशी थे. जिनमें एक की स्वाभाविक मौत हुई है. जबकि बाकी 69 पशु मौजूद हैं.

--भोलानाथ कनौजिया, खंड विकास अधिकारी

घटना को छिपाने में जुटा प्रशासन

घटना के बाद से लोगों में काफी आक्रोश है. जिसे देखते हुए जिला प्रशासन और पुलिस दोनों इस मामले में लीपापोती करने में जुटे हुए हैं. सुबह अधिकारियों ने गोशाला का गेट खुला होने के कारण जानवरों के भागने की बात कही थी और शाम तक अधिकारियों की मेहनत रंग लाई. शाम को प्रशासन ने गोशाला में 69 पशुओं की मौजूदगी दिखा दी.

पुलिस हिरासत में 8 आरोपी


वहीं, गोसाईगंज थाने के प्रभारी धीरेंद्र कुशवाहा ने बताया कि, गोशाला में दो पशुओं की हत्या के मामले में 8 लोगों को हिरासत में लिया गया है.

अधिकारियों के अलग-अलग बयान से उठे सवाल


वहीं, खंड विकास अधिकारी गोसाईगंज भोलानाथ कनौजिया ने सुबह दिए अपने बयान को बदलते हुए शाम को कहा कि, पशु आश्रय केंद्र में कुल 70 मवेशी थे. जिनमें एक की स्वाभाविक मौत हुई है. जबकि बाकी 69 पशु मौजूद है. लेकिन, सुबह खंड विकास अधिकारी ने ही दो पशुओं के मारे जाने की पुष्टि की थी.

Last Updated : Nov 9, 2020, 4:56 AM IST

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