लखनऊ: इस बार भीषण गर्मी के चलते बिजली विभाग के उपकरण दगा दे रहे हैं. खासकर ट्रांसफार्मर प्रदेश भर में खूब जल रहे हैं. यह सिलसिला पिछले कई सालों से लगातार जारी है. 13 अप्रैल 2017 से लेकर अब तक 13 लाख 32,406 शिकायतें सिर्फ ट्रांसफार्मर जलने की ही दर्ज की गई हैं. यह शिकायतें पूरे प्रदेश से मध्यांचल कस्टमर केयर के 1912 नंबर पर दर्ज कराई गई हैं. खास बात यह है कि इनमें से 12,96,820 शिकायतों का समय से निस्तारण भी कराया गया है.
1912 नंबर पर 5 साल में दर्ज हुईं 89 लाख 62 हजार 614 शिकायतें, जानिये कितने का हुआ समाधान? - ऊर्जा विभाग के प्रमुख सचिव
उत्तर प्रदेश पावर काॅरपोरेशन के अध्यक्ष एम. देवराज ने लगातार आ रहीं शिकायतों को लेकर अधिकारियों को निर्देश दिये हैं. उन्होंने कहा कि टोल फ्री नंबर को और प्रभावी बनाया जाए. साथ ही उपभोक्ता की समस्या हल होने तक उसके संपर्क में रहें.
इसके अलावा बिल संबंधी नौ लाख 56 हजार 79 शिकायतें प्राप्त हुईं. इनमें 9,55,068 शिकायतों का निस्तारण किया गया. मीटर से संबंधित 8 लाख 58 हजार 616 शिकायतें दर्ज हुईं, जिनमें 8,35,633 शिकायतों का समाधान हुआ. पूरे प्रदेश में स्मार्ट मीटर से संबंधित 24,668 शिकायतें दर्ज की गईं, जिनमें 24,374 का निस्तारण हुआ. इसके अलावा कनेक्शन संबंधी 2,58,833 शिकायतें आईं, जिनमें 2,57,060 का समाधान हुआ. वहीं लोड बढ़ाने संबंधी 22,516 शिकायतें आईं, जिनमें 21,019 शिकायतों का समय से निस्तारण कराया गया. बिजली आपूर्ति संबंधी 59,28,108 शिकायतें मिलीं, जिनमें 59,24,971 का समाधान हुआ. इसके साथ-साथ अन्य शिकायतों का भी समाधान किया गया.
ये भी पढ़ें : निशक्त संतान की आय कम होने पर जीवन भर पेंशन देगी योगी सरकार, शासनादेश जारी
ऊर्जा विभाग के प्रमुख सचिव और उत्तर प्रदेश पावर काॅरपोरेशन के अध्यक्ष एम. देवराज ने बताया कि 13 अप्रैल 2017 से अब तक टोल फ्री नंबर 1912 पर 89 लाख 62 हजार 614 शिकायतें आईं. इनमें से 89 लाख दो हजार 922 शिकायतों का समाधान किया गया. उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि टोल फ्री नंबर को और प्रभावी बनाया जाए. कुछ जगहों से इस तरह की शिकायतें आ रही हैं कि टोल फ्री नंबर उठता ही नहीं है या रिस्पॉन्स ही नहीं करता है. यह शिकायतें तत्काल बंद होनी चाहिए. यह सुनिश्चित किया जाए कि उपभोक्ता की समस्या हल होने तक उसके संपर्क में रहें. इसके लिए तत्काल आवश्यक व्यवस्थाएं की जाएं.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप