गोरखपुरः ट्रेन यात्रा करते समय मनमाने तौर पर जंजीर खींचकर ट्रेन रोकने वाले लोग अब सावधान हो जाएं. पूर्वोत्तर रेलवे अब अपनी ट्रेनों में एक ऐसा 'डेटा लॉगर' लगाने जा रहा है, जिससे इस तरह की छेड़छाड़ करने वाले लोग मौके पर ही पकड़ लिए जाएंगे. चेन पुलिंग की घटना से ट्रेनों में दुर्घटना भी होती है. माना जाता है कि इससे ट्रेन के पहियों में जाम की स्थिति बनती है और ट्रेन के दुर्घटनाग्रस्त आशंका होती है. इसलिए लेटलतीफी और दुर्घटना को रोकने के लिए पूर्वोत्तर रेलवे के इंजीनियरों ने आईआईटी पटना के सहयोग से माइक्रोप्रोसेसर और प्रोग्रामिंग डिवाइस एसीपी डेटा लॉगर तैयार किया है. जिससे ट्रेन में होने वाली इस घटना पर विराम लगेगा. फिलहाल एक माह के सफल परीक्षण के बाद रेलवे प्रशासन सभी ट्रेनों के कोचों में डाटा लागर लगाने की तैयारी शुरू कर देगा.
पूर्वोत्तर रेलवे मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह के अनुसार, पूर्वोत्तर रेलवे में तैयार एसीपी डेटा लॉगर बहुत ही किफायती है. माना जा रहा है इस डिवाइस को एक कोच में लगाने पर अधिकतम 17 सौ रुपये का खर्च आएगा. यह सिस्टम सीधे कंट्रोल रूम से जुड़ा रहेगा. इसके बाद जैसे ही कोई यात्री जंजीर खींचेगा इसकी सूचना कंट्रोल रूम को मिलेगी. कोच के अंदर आवाज भी आएगी, जिससे ट्रेन में मौजूद सुरक्षा बल और जीआरपी पुलिस के जवान चैन पुलिंग करने वाले यात्रियों की धरपकड़ आसानी से कर सकेंगे. इस डेटा को भी पूरी तरह से सुरक्षित रखा जा सकेगा. जो यात्री जंजीर खींचने का दुरुपयोग करेंगे, उनके खिलाफ रेलवे एक्ट के तहत नियमानुसार कार्रवाई भी की जाएगी.
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