फिरोजाबाद: जिले में आर्थिक मंदी से जूझ रहे कांच उद्योग को उत्तर प्रदेश सरकार (UP government boosts glass exports) ने बड़ी राहत दी है. प्रदेश सरकार ने कांच निर्यात (glass export in firozabad) को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए हैं. कंटेनर भाड़े पर अनुदान की राशि को बढ़ाया जाएगा और कांच के आइटम्स की गुणवत्ता की जांच के लिए टेस्टिंग लैब की भी स्थापना पर विचार होगा.
फिरोजाबाद का कांच उद्योग (glass export in firozabad) का पूरे देश में ही नहीं दुनिया में भी प्रसिद्ध है. यहां निर्मित होने वाले तमाम उत्पाद जिनमें ग्लास हेंडीक्राफ्ट आइटम जैसे फ्लॉवर पॉट, केंडल स्टैंड, क्रिसमस डेकोरेशन, हेंगिंग लाइट्स शामिल हैं. इनका निर्यात अमेरिका के अलावा अन्य यूरोपीय देश जैसे हॉलेंड, जर्मनी, इटली, रोम आदि में होता है. फिरोजाबाद के लगभग 100 कारोबारी प्रत्यक्ष, अप्रत्यक्ष रूप से इस निर्यात के व्यवसाय से जुड़े हुए हैं. फिरोजाबाद से करीब ढाई हजार करोड़ का सालाना निर्यात होता है.
500 करोड़ का प्रयत्क्ष और 2,000 करोड़ का अप्रत्यक्ष रूप से निर्यात (glass export in firozabad) होता है. कोविड काल में यह कारोबार काफी प्रभावित हुआ और करोड़ों रुपयों के घाटे के कारण कारोबारियों में निराशा छा गई. कारोबारी व्यवस्था थोड़ी सी पटरी पर आ ही रही थी कि, रूस-यूक्रेन युद्ध ने इस कारोबार को जोर का झटका दिया. जिसकी मंदी को निर्यातक अभी तक झेल रहे है, लेकिन अब राहत की बात यह है कि, यूपी सरकार निर्यातकों के जख्मों पर मरहम लगाने की कोशिश कर रही है. उन्हें नई सुविधाओं प्रदान करने के बारे में विचार किया जा रहा है.