अलीगढ़: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में छात्रों ने 15 दिसंबर की घटना को लेकर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग से जांच कराने का स्वागत किया है. छात्रों ने कहा कि हम राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग का सहयोग करेंगे और घटना से संबंधित डॉक्यूमेंट, वीडियो और पीड़ितों के वीडियो फुटेज उपलब्ध कराएंगे.
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की जांच में सहयोग करेंगे एएमयू छात्र. एनएचआरसी से मांग करेंगे कि एएमयू प्रशासन और जिला प्रशासन के रोल की भी जांच करें. फोर्स ने छात्रों पर ग्रेनेड क्यों फेंके और हॉस्टल में घुसकर छात्रों को क्यों पीटा गया. इन बिंदुओं को जांच में शामिल किया जाए ताकि घटना की सच्चाई निकलकर सामने आए.
सभी जरूरी डाक्यूमेंट कराएंगे उपलब्ध
एएमयू कोआर्डिनेशन कमेटी के प्रवक्ता इमरान ने बताया हम चाहते थे कि एसआईटी का गठन हो लेकिन एनएचआरसी की टीम मामले की जांच करती है तो हम टीम की हर संभव मदद करेंगे. उन्होंने कहा कि एनएचआरसी टीम को सभी डाक्यूमेंट उपलब्ध कराए जाएंगे, जो साबित करेंगे कि एएमयू एडमिनिस्ट्रेशन और जिला प्रशासन ने 15 दिसम्बर में क्या भूमिका थी.
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बाबे सैयद गेट पर नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ 24वें दिन भी छात्र धरने पर बैठे हैं. छात्रों का कहना है कि जब तक सरकार कानून से पीछे नहीं हटेगी तब तक धरना जारी रहेगा. छात्र जैद शेरवानी ने बताया कि एनएचआरसी की जांच छात्रों के हित में होगी और देश के संविधान और न्यायालय पर पूरा भरोसा है. सरकार से कोई उम्मीद नहीं है.