आगरा: इनर रोड रिंग स्थित रहनकला गांव के टोल प्लाजा पर बीजेपी सांसद रामशंकर कठेरिया की गुंडई को लेकर ईटीवी भारत ने आमजन और प्रबुद्ध जनों से बातचीत की. उन्होंने कहा कि यह बहुत ही घोर निंदनीय काम है. एक सांसद या जनप्रतिनिधि को ऐसा कभी भी नहीं करना चाहिए. टोल कर्मचारियों के साथ मारपीट अभद्रता और फायरिंग करना बहुत गलत है.
क्या है पूरा मामला-
- बीजेपी सांसद रामशंकर कठेरिया के सामने ही उनके गार्ड और समर्थकों ने टोल पर बवाल कर दिया.
- सांसद कठेरिया आगरा इनर रिंग रोड रहन कला टोल से काफिले के साथ गुजर रहे थे.
- टोल कर्मियों ने बस को वीआईपी लेन की जगह आम लेन से निकलने को कहा.
- इसी पर रामशंकर कठेरिया के गार्डों ने टोल कर्मियों के साथ मारपीट की.
रामशंकर कठेरिया के कार्य के प्रति लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है.
जिला कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष दुष्यंत शर्मा ने कहा कि-
- सांसद रामशंकर कठेरिया का हमेशा से विवादों से रिश्ता रहा है.
- आगरा में भी कठेरिया ने कई बार कानून तोड़ने का प्रयास किया है.
- कठेरिया के खिलाफ मुकदमे भी दर्ज हुए है.
- कठेरिया ने जो टोल प्लाजा पर किया है वह बहुत ही शर्मनाक घटना है.
- रामशंकर कठेरिया ने एक जनप्रतिनिधि के रूप में बहुत ही गलत कार्य किया है.
अरविंद दोनेरिया का कहना है कि यह बहुत गलत है चाहे टोलकर्मी हो या अन्य आमजन हो वह भी उनके मतदाता रहे हैं. इसलिए सांसद को ऐसा नहीं करना चाहिए था. कठेरिया की गाड़ी निकल रही थी, तो दूसरी गाड़ियां भी निकल जातीं. टोल पर मारपीट और फायरिंग करना यह बहुत ही अशोभनीय कार्य है. इस पर उचित कठोर से कठोर कार्रवाई होनी चाहिए.
कपिल गौतम का कहना है कि-
सांसद रामशंकर कठेरिया को ऐसा कदापि नहीं करना चाहिए. चाहे सांसद हो या विधायक गुंडई किसी के लिए भी नहीं है. संविधान के हिसाब से लोकतंत्र के अनुरूप इनको ऐसा कार्य करना चाहिए था. सांसद ने मारपीट करके गलत कार्य किया है. रामशंकर कठेरिया के खिलाफ जो कार्रवाई हुई है, उसमें सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.
प्रताप सिंह बघेल का कहना है कि-
सांसद जी का व्यवहार पहले भी ऐसा रहा है. आगरा में भी उन्होंने कई बार ऐसा किया था. वैसा ही उन्होंने फिर किया है. ऐसा उन्हें नहीं करना चाहिए. यह बहुत ही निंदनीय है.
एसपी गोस्वामी का कहना कि-
पहले भी बीजेपी के विधायक ने इस तरह से यूपी में गुंडागर्दी की थी. इससे बीजेपी की छवि खराब हो रही है. इस बारे में बीजेपी के नेताओं को सोचना चाहिए. बीजेपी के सीएम योगी और पीएम मोदी की ही छवि को यह लोग बट्टा लगा रहे हैं.