आगरा: जनपद की खेरागढ़ तहसील के थाना सैंया क्षेत्र से शुक्रवार देर शाम खुद के अपहरण की साजिश रच कर पुलिस को गुमराह करने वाले नाटक बाज सर्राफा व्यवसायी को पुलिस ने पकड़ लिया हैं. पुलिस व्यवसायी को मध्यप्रदेश से पकड़कर आगरा ले आई है. सर्राफा व्यवसाई को पकड़ने के लिए एसएसपी आगरा ने एसपी पश्चिम आगरा देहात के निर्देशन में छः टीमों को लगाया था. जल्द ही एसएसपी आगरा मीडिया के सामने नाटकबाज सर्राफा व्यवसाई के साथ पीसी करके मामले का पटाक्षेप करेंगे.
अपहरण के मामले में नया मोड़ तब आया जब पुलिस को झांसी रेलवे स्टेशन और ग्वालियर में सीसीटीवी कैमरे में सर्राफा व्यवसाई छदामी लाल वर्मा की फुटेज मिली थी. इसके बाद पुलिस का शक गहरा गया. इसी दिशा में आगरा पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी और करीब पचास घंटे के अंदर ही नाटकबाज छदामी लाल वर्मा को पुलिस की छह टीमों ने उसे हिरासत में ले लिया.
झांसी स्टेशन पर टहलते हुए सर्राफा व्यवसायी का सीसीटीवी फुटेज आपको बता दें कि मामला शुक्रवार देर शाम करीब 7:32 बजे का हैं. बृथला निवासी 52 वर्षीय छदामी लाल ने अपने भाई थान सिंह वर्मा के नंबर पर कॉल करके अपने अपहरण होने की जानकारी दी. उसने बताया कि सैंया के कटी पुल के पास से उसका अपहरण हो गया है. इसके बाद नंबर बंद हो गया. परिजनों ने व्यापारी के अपहरण की जानकारी पुलिस को दी. सूचना के बाद पुलिस सैंया के कटी पुल के पास पहुंची तो वहां दीवार के किनारे व्यवसाई की बाइक और जूते पड़े मिले.
एसएसपी आगरा सुधीर कुमार ने एसपी पश्चिम देहात सत्यजीत गुप्ता के निर्देशन में छ: टीमें नियुक्त कर व्यापारी की तलाश शुरू कर दी. जांच में पुलिस के हाथ झांसी रेलवे स्टेशन के बाहर का एक सीसीटीवी फुटेज मिला. जिसमें छदामी लाल वर्मा टहलते हुए दिखाई दिये. पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज को परिवार के सदस्यों को दिखाया. परिवार के लोगों ने सीसीटीवी फुटेज में छदामी लाल वर्मा की होने की बात कही. इसके बाद पुलिस को व्यवसायी के मध्यप्रदेश के छतरपुर के बागेश्वर मंदिर में होने की जानकारी मिलने पर उसे दबोच लिया. अपहरण का नाटक करने के पीछे व्यवसायी पर कर्जा होने की बात भी निकल के आई है.
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35 लाख का था कर्जा:पुलिस पूछताछ में छदामी लाल वर्मा ने बताया है कि उसके ऊपर कर्जा हो गया था. कई लोगों के करीब 30 से 35 लाख रुपए थे. लोग तगादा कर रहे थे. जिस कारण वह परेशान रहता था. व्यवसाय भी ठीक नहीं चल रहा था जिससे कर्जा का चुका दिया जाए. इस सबसे बचने के लिए उसने अपने खुद के अपहरण की साजिश रची.
सबसे छोटे भाई के नंबर पर फिरौती के लिए मैसेज कियाःछदामी लाल वर्मा ने अपहरणकर्ता बनकर अपने सबसे छोटे भाई विनोद वर्मा के नंबर पर मैसेज करके जानकारी दी कि हमने इसे इतना मारा हैं कि अब ये बेहोश हैं. उसके हाथ को तोड़ दिया है. पचास लाख रुपये चाहिए तेरा आदमी हमारे पास है. उससे बात भी कराएंगे, लोकेशन भेज देंगे. अगर पुलिस को बताया तो गोली मार देंगे.
एमपी और झांसी की मिल रही थी लोकेशनःजांच पड़ताल में पुलिस के हाथ झांसी रेलवे स्टेशन के बाहर का एक सीसीटीवी फुटेज मिला. जिसे उन्होंने छदामी लाल वर्मा के परिवार के सदस्यों को दिखाया. परिवार के लोगों ने सीसीटीवी फुटेज में छदामी लाल वर्मा की होने की बात कही थी. साथ ही उसकी ग्वालियर में भी लोकेशन ट्रेस हुई. इसके बाद कढ़ी से कढ़ी जोड़ते हुए पुलिस सर्राफा व्यवसाई तक पहुंच गई और उसे मध्यप्रदेश के छतरपुर के बागेश्वर मंदिर से पकड़ लिया.
पुलिस टीम में स्वाट टीम प्रभारी विनोद कुमार, एसओजी प्रभारी कुलदीप दीक्षित, सीआईडब्लू प्रभारी प्रदीप कुमार, सर्विलांस प्रभारी सचिन धामा, सैंया थाना प्रभारी योगेंद्र पाल सिंह, एसआई रामचंद्र अरुण, जितेंद्र सिंह, दुलीचंद यादव, मोहित शर्मा, प्रविंद्र कुमार आदि समेत कांस्टेबल मौजूद रहे.
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