जालौन : जिले के उरई कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत मंडी चौकी इंचार्च की दहशत में आकर एक युवक ने बीती रात फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. हद तो तब हो गयी जब शव को पुलिस ने कब्जे में लेकर पोस्मार्टम के लिए बिना सील किए मोर्चरी में रखवा दिया. दूसरे दिन शव निकाला गया तो इसकी एक आंख गायब थी. इसे लेकर परिजन आक्रोशित हो गए. बाद में अपर पुलिस अधीक्षक की मौजदगी में परिजनों को समझाकर किसी तरह शांत कराया गया. इसके बाद आगे की कार्रवाई की गई.
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फांसी लगाकर दी जान
पूरा मामला उरई शहर के मंडी चौकी का है. जहां मोहल्ला इंदिरा नगर निवासी विनय रायकवार (उम्र 25 साल) को पुलिस ने तमंचा रखने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया था. जमानत पर रिहा होने के बाद वो घर वापस आ गया था. 5 मई की रात को फिर से चौकी पुलिस ने उसे घर के बाहर बैठा होने पर पीट दिया था. इस बात से वह काफी दहशत में था. इसके बाद शुक्रवार रात उसने अपने कमरे में फांसी लगाकर जान दे दी.
परिजनों ने एक दिन पहले लगाया था जाम
मामले की खबर पाकर मौके पर पहुंची मंडी चौकी पुलिस ने उसके शव को कब्जे में लेकर जिला अस्पताल की मोर्चरी में लाकर रख दिया. युवक के परिजनों का आरोप है कि चौकी पुलिस ने उसको निर्दोष होने के बाद भी जेल भेज दिया था. जब वह जमानत पर छूटकर आया तो फिर से चौकी इंचार्ज अभिषेक सिंह ने घर पर आकर उसके साथ मारपीट की. इससे वह अवसाद में आ गया और फांसी लगा ली.
विनय की मां ने पुलिस ऑफिस पहुंचकर उसकी की मौत के लिए जिम्मेदार मंडी पुलिस चौकी के इंचार्ज अभिषेक सिंह और सिपाहियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के लिए प्रार्थना पत्र दिया लेकिन पुलिस द्वारा कार्रवाई को लेकर संतोषजनक जवाब न मिलने पर विनय के शव को जिला अस्पताल के सामने रखकर परिजनों ने जाम लगा दिया.
हालात बेहद संवेदनशील बन गए. सीओ सिटी संतोष कुमार के काफी समझाने के बाद लोगों ने जाम खोला. तब पुलिस ने मृत विनय के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा. अपर पुलिस अधीक्षक राकेश सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है. निष्पक्षता के साथ कार्रवाई होगी. दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा.