वाराणसी : गुरुवार से शुरू हुई यूपी बोर्ड की परीक्षाओं में दो पाली में हुए पेपर देकर लौट रहे छात्र-छात्राओं के चेहरे खिले हुए नजर आए. परीक्षार्थियों का कहना था कि परीक्षा में हर साल से थोड़े आसान सवाल पूछे गए थे. किसी भी तरीके की कोई भी तकलीफ उनके सामने नहीं आई.
पहले बोर्ड एग्जाम में खिले बच्चों के चेहरे.
गुरुवार को उत्तर प्रदेश बोर्ड की परीक्षा का पहला दिन था, जिसमें 10वीं का संगीत और संस्कृत का पेपर था, जोकि सुबह की पाली में रखा गया था और दूसरी पाली में मनोविज्ञान शिक्षा शास्त्र और तर्क शास्त्र का पेपर रखा गया था.
उत्तर प्रदेश में यूपी बोर्ड की परीक्षाएं गुरुवार से शुरू हो चुकी हैं. यह परीक्षाएं दो पाली में कराई गई थी, जिसमें हाईस्कूल की बोर्ड परीक्षा में वाराणसी में कुल 59706 विद्यार्थी पंजीकृत किए गए थे. इसमें 29128 लड़के और 30626 लड़कियां पंजीकृत हैं. साथ ही इंटर की बोर्ड परीक्षा में 50199 विद्यार्थी पंजीकृत हुए हैं. इसमें 24204 लड़के हैं, जबकि 25995 लड़कियां हैं.
इन परीक्षाओं में साफ तौर पर इस बात के निर्देश भी दिए गए थे कि किसी भी तरह की नकल का पता चलने पर कक्ष निरीक्षक से लेकर सेक्टर मजिस्ट्रेट तक कार्रवाई की जाएगी. नकल रहित परीक्षा कराने के लिए सभी परीक्षा केंद्रों पर डबल सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. साथ ही वॉयस रिकॉर्डर का भी इस्तेमाल किया गया है. परीक्षा देने के बाद छात्रों का कहना है कि मनोविज्ञान का पेपर आसान था और किसी भी तरह की तकलीफ का सामना पेपर के दौरान नहीं करना पड़ा.