आजमगढ़: जनपद की लोकसीट सीट पर इस बार सपा से राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव उम्मीदवार हैं,जिसके चलते पार्टी के कार्यकर्ता तेजी से चुनाव प्रचार में लगे है. वहीं जिले में एक और अखिलेश यादव हैं जो सपा के जिला अध्यक्ष और दो बार विधानसभा के प्रत्याशी रह चुके हैं. इसके चलते कई बार पार्टी कार्यकर्ता नाम को लेकर कन्फ्यूजहो जाते हैं.
समाजवादी पार्टी के पूर्व जिला अध्यक्ष और मुबारकपुर विधानसभा से दो बार समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी रहे अखिलेश यादव का नाम आता है तो बहुत कन्फ्यूजनहोता है. हालंकि उनका कहना है कि इसके चलते कई बार उन्हें उनके नाम का फायदा भी होता है.
उन्होंने कहा कि सपा प्रमुख मुझे नाम लेकर नहीं बल्कि नामाराशि कहकर पुकारते हैं. अखिलेश यादव ने कहा कि हमारे नाम के ही राष्ट्रीय अध्यक्ष है. निश्चित रूप से बहुत अच्छा लगता है और हम लोगों की पूरी कोशिश होगी कि आजमगढ़ जनपद से इस बार अखिलेश यादव को सबसे अधिक मतों से चुनाव जितवाकर भेजा जाए.
दो अखिलेश यादव के बारे में बताते सपा नेता...
भाजपा से दिनेश यादव निरहुआ को प्रत्याशी बनाए जाने के सवाल पर अखिलेश यादव ने कहा कि आजमगढ़ में चुनाव को लेकर भाजपा गंभीर नहीं है. अगर भाजपा में अखिलेश यादव का मुकाबला करने की इच्छा होती तो यहां से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी या योगी को चुनाव लड़ना चाहिए था. तब पता चलता की मुकाबला कैसे होता है.
उन्होंने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि भाजपा ना जाने क्यों निरहुआ जैसे नेताओं पर विश्वास करती हैं. आजमगढ़ जनपद में समाजवादी पार्टी के पूर्व जिला अध्यक्ष रहे और मुबारकपुर विधानसभा से दो बार समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी रहे अखिलेश यादव का नाम आता है तो बहुत कंफ्यूजन होता है. हालांकि अखिलेश यादव का कहना है कि हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाम का फायदा मुझे मिलता है.