उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

ETV Bharat / briefs

वाराणसी: रेलवे की रिजर्वेशन व्यवस्था में सेंध लगाने वाले गिरोह का भंडाफोड़

उत्तर प्रदेश के वाराणसी में आरपीएफ टीम ने रेलवे की टिकटों में बड़ी धांधली करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया है. इस कार्रवाई में पुलिस ने मौके से एक लैपटॉप, पर्सनल आईडी से जुड़े दस्तावेज और मोबाइल फोन भी जब्त किया है.

By

Published : Oct 3, 2020, 6:55 PM IST

Updated : Oct 3, 2020, 7:34 PM IST

रेलवे की टिकटों में धांधली करने वाला गिरफ्तार
रेलवे की टिकटों में धांधली करने वाला गिरफ्तार

वाराणसी: आरपीएफ टीम ने रेलवे की टिकटों में बड़ी धांधली करने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है. शुक्रवार रात हुई छापेमारी में आरपीएफ की टीम ने कपसेठी के धवकलगंज में दीप ज्योति डिजिटल टूर एंड ट्रैवल से सूरत और मुंबई के 7 कन्फर्म टिकट जब्त किए. बता दें कि ये सभी टिकट क्विक तत्काल नामक मोबाइल ऐप से बनाये गए थे. इस मामले में पुलिस ने मौके से अंकित नामक के एजेंट को गिरफ्तार किया है.

सर्विस चार्ज के नाम पर भी वसूले जाते थे पैसे
इस कार्रवाई में पुलिस ने मौके से एक लैपटॉप, पर्सनल आईडी से जुड़े दस्तावेज और मोबाइल फोन भी जब्त किया है. कार्रवाई के संबंध में आरपीएफ के इंस्पेक्टर अनूप कुमार सिन्हा ने बताया कि इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों द्वारा मिले साक्ष्यों के आधार पर कपसेठी के धवकलगंज में कार्रवाई की गई. उन्होंने बताया कि पकड़े गए आरोपी ने पर्सनल आईडी से अब तक लगभग 2 लाख रुपये से 113 टिकट बनाए थे. आरोपी यात्रियों से सर्विस चार्ज के नाम पर 100 से 200 रुपये तक लेता था.

रेलवे विभाग ने तत्काल टिकटों के गोरखधंधे को समाप्त करने के लिए यह अभियान शुरू किया है. अब तक यह साक्ष्य सामने आए हैं कि मोबाइल ऐप की मदद से ये कारोबार खूब फलफूल रहा है. इस ऐप में रेड चिली, तत्काल प्लस, क्विक तत्काल, एएनएमएस, जगुआर और मैक जैसे अवैध सॉफ्टवेयर के जरिये आइआरसीटीसी और ओटीपी को बाइपास करते हैं. हालांकि रेलवे एजेंटों को तत्काल टिकट बुक करने की इजाजत नहीं देता है, उसके बावजूद तत्काल टिकटों का गोरखधंधा चल रहा था. ऐसी स्थिति में आम लोगों के लिए तत्काल टिकट प्राप्त करना लगभग असम्भव होता है.

Last Updated : Oct 3, 2020, 7:34 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details