लखनऊ: 16वीं लोकसभा चुनाव में पांच लाख से ज्यादा मतों से हारने का रिकॉर्ड वर्तमान में यूपी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर के नाम रहा था. इस बार राज बब्बर फतेहपुर सीकरी से मैदान में हैं. इस बार फिर राज बब्बर की किस्मत दांव पर लगी हुई है. वजह है कि यहां पर भी मुकाबला एकतरफा न होकर त्रिकोणी है.
कांग्रेस के लिए दूसरा चरण का चुनाव क्यों है खास
- दूसरे चरण के चुनाव में आठों सीटों पर कांग्रेस के प्रत्याशी लड़ रहे हैं, जबकि पहले चरण के चुनाव में 8 में से 6 सीटों पर कांग्रेस के प्रत्याशी मैदान में थे.
- कांग्रेस के लिए पहला चरण जहां सहारनपुर की सीट से इमरान मसूद की वजह से खास रहा था, क्योंकि इमरान मसूद अपने बयानों के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीधा हमला करते रहे हैं.
- कांग्रेस के लिए दूसरा चरण और भी ज्यादा इसलिए अहम है, क्योंकि इस बार यूपी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है.
- लखनऊ से लेकर फतेहपुर सीकरी तक कांग्रेसी राज बब्बर को जिताने में जोर लगाए हुए हैं.
- राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी, राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी, ज्योतिराज सिंधिया सभी ने राज बब्बर को इस बार जिताने की पुरजोर कोशिश की है.
राज बब्बर की सबसे बड़ी हार 2014 लोकसभा चुनाव
- राज बब्बर पिछली बार गाजियाबाद से चुनाव लड़े थे और अपनी जमानत भी नहीं बचा पाए थे.
- गाजियाबाद सीट से पिछली बार राज बब्बर चुनाव लड़े थे और उनका सामना भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी और सेना के पूर्व जनरल वीके सिंह से हुआ था.
- वीके सिंह ने कई लाख मतों से राज बब्बर को हराया था, जो उनकी लोकसभा की दूसरी सबसे बड़ी जीत थी, जबकि राज बब्बर की सबसे बड़ी हार.
- पूर्व जनरल वीके सिंह ने राज बब्बर को 5,67,260 मतों के भारी अंतर से पटखनी दी थी. वीके सिंह को 7,58482 वोट मिले थे, जबकि राज बब्बर को महज 1,91,222 ही वोट मिल पाए थे.