लखनऊ: जिले में 47 से ज्यादा सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में कोरोना मरीजों के इलाज की सुविधा है. ऑक्सीजन की कमी से आधे से ज्यादा अस्पतालों में मरीजों की भर्ती प्रभावित है. 40 से 50 फीसद बेड अस्पतालों में खाली पड़े हैं.
निजी अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी बरकरार, मरीज बेहाल
लखनऊ में सरकारी और निजी अस्पतालों में कोरोना के मरीजों के इलाज की पूरी सुविधा है. लेकिन ऑक्सीजन की कमी के कारण मरीजों को दिक्कत हो रही है.
etv bharat
छोटे अस्पतालों में ऑक्सीजन की किल्लत
सबसे ज्यादा संकट 30 से 50 बेड के छोटे अस्पतालों में हैं. मांग के मुताबिक ऑक्सीजन न मिलने से हालात बिगड़ रहे हैं. ऑक्सीजन के संकट से जूझ रहे अस्पतालों में सभी बेड पर मरीजों की भर्ती नहीं हो पा रही है. वहीं ड्रग इंस्पेक्टर बृजेश कुमार के मुताबिक ऑक्सीजन को लेकर स्थिति पहले से बेहतर है. सरकार लगातार लिक्विड ऑक्सीजन मंगा रही है. 6 ऑक्सीजन प्लांट बनाए गए हैं. रोजाना 5,040 ऑक्सीजन सिलेंडर का निर्माण हो रहा है.