लखनऊ : राजधानी में 'सीएमए ज्ञान कुंभ 2019' कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस आयोजन के माध्यम से द इंस्टीट्यूट ऑफ कॉस्ट अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया से जुड़े हुए लोगों ने देश भर से इकट्ठा हुए कॉस्ट अकाउंटिंग के क्षेत्र के लोगों को जागरूक किया. इस दौरान उन्होंने बताया कि कॉस्ट अकाउंटिंग के माध्यम से देश की अर्थव्यवस्था को किस तरह से मजबूत किया जा सकता है.
हेमेंद्र सोनी चेयरमैन कोऑर्डिनेटर द इंस्टीट्यूट ऑफ कॉस्ट अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया ने बताया कि आज देश को कॉस्ट अकाउंटिंग के क्षेत्र में बेहतर करने की जरूरत है. जब तक हम उत्पाद की कॉस्ट का सही आंकलन नहीं कर सकेंगे तब तक उस चीज को लेकर बेहतर व्यवसाय करना कठिन होगा. सरकारी योजनाओं को पूरी तरह कामयाब न होने के पीछे एक रीजन यह है कि कई बार प्रोडक्ट की सही कॉस्ट का आंकलन नहीं हो पाता है. ऐसे में अगर कॉस्ट काउंटिंग के क्षेत्र में बेहतर किया जाए और उत्पादन की सही कॉस्ट निकाली जाए तो व्यापार के साथ-साथ भारत की अर्थव्यवस्था को बेहतर करने में सहायता मिलेगी.