लखनऊ: कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने शुक्रवार को आखिरकार कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. प्रियंका अपनी ही पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा की गई बदसलूकी से काफी परेशान थीं. उन्होंने 17 तारीख को आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर ट्वीट के जरिए अपनी ही पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा की गई बदसलूकी से निराशा जाहिर की थी.
प्रियंका पिछले दिनों यूपी के मथुरा में थीं. यहां राफेल डील को लेकर हुई एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अभद्र और अमर्यादित व्यवहार किया था. इस पर उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने संज्ञान लेकर कार्यकर्ताओं के विरुद्ध त्वरित कार्रवाई की. हालांकि बाद में घटना का खेद प्रगट करने पर कार्रवाई को निरस्त कर दिया गया. इस पूरे मसले पर अफसोस प्रकट करते हुए प्रियंका चतुर्वेदी ने अपना दुख जाहिर किया.
प्रिंयका ने ट्वीट किया, 'यह देखना बहुत दुखद है कि कुछ खराब आचरण करने वाले लोगों को कांग्रेस में अपना खून-पसीना देने वाले लोगों के स्थान पर तरजीह दी जा रही है. मैंने पहले भी अपनी पार्टी के लिए लोगों की ओर से फेंके पत्थर और अपशब्दों की मार सही हैं, लेकिन पार्टी के अंदर मेरे साथ दुर्व्यवहार करने वालों को, मुझे धमकाने वालों को बिना किसी कार्यवाही के ऐसे ही छोड़ा जा रहा है, यह देखना दुर्भाग्यपूर्ण है.'
प्रियंका चतुर्वेदी ने लिखा, 'बड़े ही दुख की बात है कि पार्टी मारपीट करने वाले बदमाशों को ज्यादा वरीयता देती है, बजाय जो खून पसीने के साथ काम करते हैं. पार्टी के लिए मैंने अभद्र भाषा से लेकर हाथापाई तक झेली, लेकिन फिर भी जिन लोगों ने मुझे पार्टी के अंदर धमकी दी, उनके साथ कोई भी ठोस कार्यवाही नहीं हुई. यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण हैं.'
दो दिन के बाद शुक्रवार को प्रियंका चतुर्वेदी ने कांग्रेस पार्टी से अपना इस्तीफा दे दिया है. प्रियंका चतुर्वेदी ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से बायो से एआईसीसी हटा दिया है. हालांकि उन्होंने अपनी तरफ से ट्विटर पर कोई भी ट्वीट नहीं किया है.