गोरखपुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना 2022 तक देश के हर व्यक्ति को आवास मुहैया कराने का है. गाहे-बगाहे वे इस सपने को पूरा करने का दृढ़ संकल्प भी जताते हैं, लेकिन उनका सपना क्या ऐसी परिस्थिति में पूरा हो सकेगा जब स्थानीय प्रशासन ही इसमें पलीता लगाने की दम भर कोशिश कर रहा हो. यूपी में गोरखपुर का मामला महज नजराना है.
मामला गोरखपुर जिले के भटहट ब्लॉक का है, जहां आवास के नाम पर निवर्तमान ब्लाक प्रमुख द्वारा ग्रामीणों से 10-10 हजार रुपए की धन उगाही की गई. वहीं आवास न मिलने से नाराज ग्रामीणों ने बुधवार जिलाधिकारी कार्यालय पर पहुंचकर ब्लॉक प्रमुख के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना में धांधली का लगा दीमक प्रधानमंत्री आवास योजना में धांधली का आरोप
- भटहट के ग्रामीणों ने प्रधानमंत्री आवास योजना में धांधली का आरोप लगाया.
- प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत नया मकान बनवाने के नाम पर 10-10 हजार रुपए की वसूली की गई.
- आवास न मिलने से नाराज ग्रामीणों ने ब्लॉक प्रमुख के खिलाफ आक्रोश व्यक्त करते हुए जमकर नारेबाजी की.
- ग्रामीणों का आरोप है कि भटहट ब्लॉक प्रमुख रामा उर्फ रमाकांत ने 10-10 हजार रुपए की मांग की.
- ग्रामीणों ने भटहट ब्लॉक प्रमुख पर आरोप लगाते हुए कहा कि ब्लॉक प्रमुख की बातों में आकर दर्जनों ग्रामीणों ने 10-10 हजार ब्लॉक प्रमुख को दे दिया.
- 17 से 18 महीने गुजरने के बाद भी मकान के संबंध में कोई कार्रवाई नहीं हुई.
- ग्रामीण अपने पैसे की मांग ब्लॉक प्रमुख से कर रहे हैं.
- इस संबंध में ग्रामीणों ने बुधवार को जिलाधिकारी गोरखपुर को एक प्रार्थना पत्र भी सौंपा.
- प्रार्थना पत्र में भटहट ब्लाक प्रमुख पर प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत धन उगाही की जांच कराने और ग्रामीणों का पैसा वापस दिलाने की मांग की गई है.
हमारा मकान कच्चा था और वह सरकारी योजना के तहत अपने मकान को पक्का बनवाने के लिए ब्लाक प्रमुख के पास गए थे. ब्लॉक प्रमुख ने हमसे 10,000 रुपये की मांग की. पैसा न होने की वजह से पहले 5000 पहले दिया और 5000 बाद में देने की बात कही. इस पर ब्लॉक प्रमुख ने डांटते हुए भगा दिया. अपना जेवर गिरवी रखकर ब्लॉक प्रमुख को पैसा दिया, लेकिन कई महीने बीतने के बाद भी न ही कोई सरकारी मदद मिली और न ही कोई झांकने आया. इससे आहत होकर जिलाधिकारी से मिलने आए हैं और अपना पैसा वापस दिलाने की गुहार लगा रहे हैं.
-सोनमती पीड़ित महिला
हम लोग पिछले एक साल से खुले आसमान के नीचे रह रहे हैं, जो हम लोगों का आशियाना था उसे ब्लॉक प्रमुख ने आवास योजना के नाम के तहत गिरवा दिया. अब न ही हम लोगों को आवास मिला और न ही धनराशि. हम लोग दर-दर भटक रहे हैं, जब हम लोग अपना पैसा मांगने ब्लॉक प्रमुख के पास जाते हैं तो वह अपने गुंडों से गाली-गलौज करके हम लोगों को मारने-पीटने की धमकी देता है. हम लोग जिलाधिकारी के पास न्याय की गुहार लगाने के लिए आए हैं .
-आजाद अली ,पीड़ित ग्रामीण