उदयपुर.प्रदेश के कई जिलों में बढ़ते ह्यूमन ट्रैफिकिंग और बाल श्रमिकों के खिलाफ अभियान के तहत राजस्थान पुलिस और कैलाश सत्यार्थी के फाउंडेशन ने प्रदेश में "मुक्ति कारवा अभियान" की शुरुआत की है.
इस अभियान के तहत पुलिस और कैलाश सत्यार्थी की टीम के लोग हर शहर में जाकर हर जिले में जाकर लोगों को बाल श्रमिकों के प्रति जागरूक कर रहे हैं. ताकि प्रदेश में बढ़ते बाल श्रमिकों के ग्राफ में कमी आ सके तो साथ ही नन्हे-मुन्ने बच्चों का भविष्य उज्जवल हो सके.
बाल श्रमिकों के खिलाफ उदयपुर पुलिस ने की अनूठी पहल... मुक्ति कारवां टीम का रथ जब उदयपुर पहुंचा तो वहां पर आईजी विनीता ठाकुर ने इस टीम से मुलाकात की और इस रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. साथ ही पैदल मार्च कर उदयपुर समेत पूरे संभाग में ह्यूमन ट्रैफिकिंग और बाल श्रमिकों के खिलाफ इस अभियान की सराहना भी की.
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बता दें कि उदयपुर जिला आदिवासी क्षेत्र में आता है, ऐसे में यहां पर बाल मजदूरों के कई मामले सामने आ चुके हैं और प्रदेश की सबसे बड़ी बाल मजदूरी के खिलाफ जो कार्रवाई थी. वह भी अब से कुछ वक्त पहले उदयपुर जिले में ही की गई थी. ऐसे में यह अभियान उदयपुर जिले और संभाग के लिए काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है.