श्रीगंगानगर. सिंचाई पानी की मांग को लेकर जिले के किसानों का पड़ाव लगातार जारी है. गुरुवार को महाराजा गंगासिंह चौक पर तमाम किसान संगठनों के बैनर तले किसान एकजुट हुए हैं. जिलेभर से आए किसानों ने गंगनहर में पंजाब से आने वाले पानी को निर्धारित मात्रा में दिलाने की मांग की है.
जिले भर से आए किसान गुरुवार को गंगासिंह चौक पर एकत्रित हुए. दोपहर एक बजे तक करीब 2 हजार किसान इक्कठे हुए. किसानों ने राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य की सरकार किसानों के पानी को लेकर गंभीर नहीं है. किसानों का कहना है कि किसानों ने कांग्रेस पार्टी को इसलिए वोट दिए थे कि पंजाब में कांग्रेस सरकार से बात करके यहां की सरकार किसानों से जुड़ी पानी की समस्या को हल करेगी. लेकिन राजस्थान सरकार यहां के किसानों की समस्या के प्रति गंभीर नहीं है.
श्रीगंगानगर में किसानों का महापड़ाव उन्होंने कहा कि पंजाब में अगले साल चुनाव है. चुनाव से पहले पंजाब सरकार अपने किसानों को खुश करने के लिए राजस्थान के हिस्से का पानी अपने किसानों को दे रही है. ऐसे में पानी के अभाव में यहां के किसानों की फसलें बर्बादी के कगार पर है. उधर, पड़ाव में आए किसान तब तक घर जाने की बात नहीं कह रहे, जब तक सरकार की तरफ से उनके हिस्से का पानी पूरा नहीं हो जाता. किसानों को किसान नेताओं की ओर से लगातार संबोधित किया जा रहा है. किसान नेताओं का कहना है कि राज्य सरकार पंजाब सरकार से वार्ता करके जिले का निर्धारित मात्रा में तय किया हुआ 2400 क्यूसेक पानी किसानों को पूरा करवाए.
यह भी पढ़ें.CM गहलोत का केंद्र सरकार पर हमला, कहा- गलत नीतियों के कारण पेट्रोल-डीजल की कीमतों में आग लगी हुई है
बता दें कि गंगनहर में जिले के किसानों को उनके हिस्से का 2400 क्यूसेक पानी मिलना चाहिए लेकिन पिछले काफी समय से पंजाब में पानी की चोरी होने से निर्धारित मात्रा से आधा ही यानी करीब 1200 क्यूसेक पानी दिया जा रहा है. इससे पहले किसानों ने प्रशासन को चेतावनी दी थी कि अगर बुधवार तक गंगनहर में पानी पूरा नहीं हुआ तो किसान गुरुवार से पड़ाव डालेंगे.