श्रीगंगानगर.जिले में संयुक्त व्यापार मंडल ने राज्य सरकार पर कोरोना की आड़ में व्यापारियों को खत्म करने का आरोप लगाया है. जिसमें उनका कहना है कि राज्य सरकार के 3 मई तक जन अनुशासन पखवाड़े के तहत बाजार बंद के आदेश के विरोध में मंगलवार को गांधी चौक पर व्यापारियों ने धरना लगाया. जिसमें बाजार खोले जाने की मांग को लेकर धरने का निर्णय संयुक्त व्यापार मंडल ने लिया था.
राज्य सरकार के बाजार बंद के फैसले पर व्यापारियों ने दिया धरना वहीं, धरना स्थल पर व्यापारियों को संबोधित करते हुए संयुक्त व्यापार मंडल अध्यक्ष तरसेम गुप्ता ने कहा कि पिछ्ले साल कोरोना काल में व्यापारियों ने सरकार का पूरा सहयोग किया था और अब भी कर रहे हैं. लेकिन सरकार व्यापारियों के बारे में नहीं सोच रही है. उन्होंने कहा कि बाजार बंद होने से व्यापारी आर्थिक रूप से टूट जाएंगे.
साथ ही व्यापारी वर्ग पहले से ही आर्थिक रूप से दयनीय स्थिति में है. ऐसे में सरकार ने अब जन अनुशासन पखवाड़े के तहत बाजार बंद रखने के निर्देश जारी करके व्यापारियों की कमर तोड़ने का काम किया है. वहीं, आक्रोशित व्यापारियों ने कहा कि इस फैसले से व्यापारी हमेशा के लिए तालाबंदी और बेरोजगारी की स्थिति में पहुंच जाएगा. जिसकी कभी भरपाई नहीं हो सकेगी.
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बाजार खोलने की मांग कर रहे व्यापारी वर्ग ने एक-एक व्यापारी को अपने कर्मचारियों को वेतन, दुकान का किराया, बिजली-पानी के अलावा बैंक किस्त चुकानी होती है. यह तभी होगा जब बाजार खुला रहेगा. उन्होंने कहा कि सरकार व्यापारियों को किसी प्रकार का पैकेज भी नहीं दे रही है. ऐसे में संपूर्ण बाजार खोलने के आदेश आने तक आंदोलन जारी रहेगा. सरकार से बाजार बंद के आदेश वापस लेने व्यापारियों के लिए आर्थिक पैकेज की घोषणा करने की मांग की. धरने में महासचिव बडी संख्या में व्यापारियों सहित व्यापारी मौजूद रहे.